पूर्ण शारीरिक जांच : तेजी से बढ़ती जीवनशैली (Lifestyle) कई परिस्थितियों को बढ़ावा दे रही है। लोग अलग-अलग घटनाओं की चपेट में आ रहे हैं। उनकी पहचान के लिए बॉडी चेकअप (बॉडी चेकअप) की जरूरत होती है। कुछ लोग शरीर में जरा सा बदलाव होने पर ही पूरी बॉडी चेकअप के लिए पहुंच जाते हैं। बार-बार वे ऐसा ही करते हैं। अगर आप भी ऐसा कर रहे हैं तो सावधान हो जाइए, क्योंकि ये खतरनाक (Full Body Checkup Side Effects) हो सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स (स्वास्थ्य विशेषज्ञ) इससे बचने की सलाह देते हैं।
फुल बॉडी चेकअप क्यों खतरनाक
अगर आप बार-बार फुल बॉडी चेकअप के लिए डॉक्टर के पास पहुंच जाते हैं तो इस आदत को बदल सकते हैं, अन्यथा महंगी पड़ सकती है। इससे आप मानसिक तौर पर बीमार हो सकते हैं. हेल्थ एक्सपोर्ट्स का कहना है कि इससे शरीर को कई नुकसान हो सकते हैं, जो आगे चलकर आपकी सेहत के लिए परेशानी का कारण बन सकते हैं, इसलिए डर का चेकअप कराने से बचें और जरा-जरा सी बात पर अस्पताल न जाएं।
फुल बॉडी चेकअप ऑफर इग्नोर करें
हेल्थ एक्सपोर्ट्स के अनुसार, कई बार कंपनियां ग्राहकों को फुल बॉडी चेकअप का ऑफर देती हैं। कम दाम में फुल बॉडी चेकअप जैसी सुविधा वाले ऑफर के चक्कर में नहीं पड़े, क्योंकि कई बार कंप्यूटर पर चेकअप के दौरान कोई कमी हाइलाइट कर दी जाती है। कभी-कभी कैल्शियम या विटामिन डी की कमी बता दी जाती है, जिससे दिमाग में डर बैठ जाता है और बार-बार चेकअप होने लगते हैं।
कब करवाएं फुल बॉडी चेकअप
आप बार-बार पूरी बॉडी चेकअप के लिए जाते हैं, पूरी बार आपका ब्लड निकल जाता है। जब कुछ कमी निर्धारित की जाती है तो लोग दिमाग में भ्रम पैदा करके इलाज करवाते हैं, जो आगे चलकर परेशानी का कारण भी बन सकता है। इसलिए कभी भी बिना डॉक्टर की सलाह के पूरी बॉडी चेकअप न करवाएं।
Disclaimer: यह खबर कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।
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