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9 करोड़ में बनी इस फिल्म ने की थी छप्पर फाड़कर कमाई, 3 नेशनल अवॉर्ड जीते, जानें फिल्म का नाम



<पी शैली="पाठ-संरेखण: औचित्य सिद्ध करें;">90’s में कई ऐसी फिल्में आई हैं जिसने बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई की. कमाई के साथ उन फिल्मों ने रिकॉर्ड्स भी बनाए. उन फिल्मों में एक ‘दिल तो पागल है’ भी शामिल है. इस फिल्म को यश चोपड़ा ने बहुत ही शिद्दत से बनाई थी और बताया जाता है वो जब कोई फिल्म दिल से बनाते थे तो उसमें जान लगा देते थे. फिल्म दिल तो पागल है एक म्यूजिकल लव रोमांटिक फिल्म रही है जिसकी कहानी दिल को छू जाने वाली थी.

फिल्म दिल तो पागल है की ना सिर्फ कहानी अच्छी बल्कि उसके गाने खूब हिट हुए. कम लागत में फिल्म ने लाजवाब कमाई की और साथ ही फिल्म को अलग-अलग कैटेगरी में कई अवॉर्ड्स भी मिले थे. इस फिल्म की स्टार कास्ट खुद यश चोपड़ा ने तय की थी.

‘दिल तो पागल है’ बॉक्स ऑफिस कलेक्शन

30 अक्टूबर 1997 को फिल्म दिल तो पागल है रिलीज हुई थी. फिल्म का सेंटर म्यूजिक था जिसके ईर्द-गिर्द ही कहानी घूमती है. इसमें एक डायरेक्टर होता है जो म्यूजिकल प्लेज करता है. उसी पूरी टीम है लेकिन अचानक उनकी दोस्त का पैर टूट जाता है तो वो डांस नहीं कर पाती फिर नई लड़की उनके ग्रुप में एंट्री लेती है.

फिर डायरेक्टर और उस लड़की की प्रेम कहानी शुरू होती है जिसमं कई ट्विस्ट भी आते हैं. Sacnilk के अनुसार, फिल्म दिल तो पागल है का बजट 9 करोड़ रुपये था जबकि बॉक्स ऑफिस पर 58.61 करोड़ का वर्ल्डवाइड कलेक्शन किया था और इसका वर्डिक्ट ब्लॉकबस्टर था.

‘दिल तो पागल है’ अवॉर्ड्स

फिल्म दिल तो पागल है का निर्देशन यश चोपड़ा ने किया था और निर्माण उनकी ही कंपनी यशराज फिल्म्स ने किया था. फिल्म की कहानी राहुल (शाहरुख खान), निशा (करिश्मा कपूर), पूजा (माधुरी दीक्षित) और अजय (अक्षय कुमार) के ईर्द-गिर्द ही घूमती है. फिल्म में फरीदा जलाल, अरुणा ईरानी, देवेन वर्मा, बलविंदर सिंह जैसे कलाकार भी नजर आए थे.

फिल्म ने 3 नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स जीते थे जिसमें बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस अवॉर्ड करिश्मा कपूर को मिला, बेस्ट पॉपुलर फिल्म का अवॉर्ड यश चोपड़ा को मिला, बेस्ट कोरियोग्राफर का अवॉर्ड शिआमक देवर को मिला. इसके अलावा शाहरुख खान और माधुरी दीक्षित को बेस्ट एक्टर और एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला.

‘दिल तो पागल है’ के अलावा यश चोपड़ा की फिल्में

यश चोपड़ा को सबसे यूनिक फिल्में बनाने का दर्जा हासिल था. वो फिल्मों का निर्माण कंपनी के तहत तो कर देते थे लेकिन असल में वो जब फिल्म का निर्देशन करते थे तो उसमें डूब जाया करते थे.

यश चोपड़ा ने ‘दीवार’, ‘चांदनी’, ‘वक्त’, ‘कभी-कभी’, ‘आदमी और इंसान’, ‘सिलसिला’, ‘डर’, ‘वीर जारा’ और ‘जब तक है जान’ जैसी फिल्मों का निर्देशन किया है. 21 अक्टूबर 2012 को यश चोपड़ा का निधन मुंबई में हो गया था और उनके निर्देशन में बनी उनकी आखिरी फिल्म जब तक है जान थी.

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