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काजू की खेती से आप हो सकते हैं मालामाल, ये मिट्टी और इतना टेम्परेचर है सबसे जरूरी


किसान पारंपरिक खेती के साथ लाभकारी फसलों को अपना रहे हैं. सरकार किसानों को जागरूक करने के प्रयास कर रही है.

किसान पारंपरिक खेती के साथ लाभकारी फसलों को अपना रहे हैं. सरकार किसानों को जागरूक करने के प्रयास कर रही है.

काजू का एक चौथाई उत्पादन भारत में होता है, जो मुख्य रूप से दक्षिण भारतीय राज्यों में उगाया जाता है.

काजू का एक चौथाई उत्पादन भारत में होता है, जो मुख्य रूप से दक्षिण भारतीय राज्यों में उगाया जाता है.

काजू की खेती मुख्य रूप से महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, गोवा, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में की जाती है.

काजू की खेती मुख्य रूप से महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, गोवा, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में की जाती है.

काजू का पेड़ गर्म जलवायु में 20-35 डिग्री तापमान पर पनपता है. इसे किसी भी मिट्टी में उगाया जा सकता है, लेकिन लाल बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त है. पौधे ग्राफ्टिंग या कलम से बनाए जा सकते हैं.

काजू का पेड़ गर्म जलवायु में 20-35 डिग्री तापमान पर पनपता है. इसे किसी भी मिट्टी में उगाया जा सकता है, लेकिन लाल बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त है. पौधे ग्राफ्टिंग या कलम से बनाए जा सकते हैं.

रिपोर्ट्स के अनुसार काजू के एक पेड़ से 10 किलो फसल मिलती है, जिससे 12 हजार से 15 हजार रुपये का मुनाफा होता है. आप अधिक से अधिक पेड़ लगाकर लखपति से करोड़पति बनना संभव है.

रिपोर्ट्स के अनुसार काजू के एक पेड़ से 10 किलो फसल मिलती है, जिससे 12 हजार से 15 हजार रुपये का मुनाफा होता है. आप अधिक से अधिक पेड़ लगाकर लखपति से करोड़पति बनना संभव है.

Published at : 03 Jul 2024 10:20 PM (IST)

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