ईस्टर क्यों मनाया जाता है, जानें ईसाई धर्म में इस दिन का महत्व

ईस्टर क्यों मनाया जाता है, जानें ईसाई धर्म में इस दिन का महत्व


ईस्ट ईसाई धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है। इसे गुड फ्राइडे के 3 दिन बाद मनाया जाता है। वर्ष 2024 में ईस्टर 31 मार्च 2024, रविवार को मनाया जायेगा। ईस्टर हमेशा संडे के दिन रहता है। इसे ईस्टर संडे कहा जाता है।

गुड फ्राइडे और ईस्टर की तारीख हर साल एक नहीं रहती है।  हर साल वसंत विशुव के आधार पर ईस्टर की तारीख तय होती है।

गुड फ्राइडे और ईस्टर की तारीख हर साल एक नहीं रहती है। हर साल वसंत विशुव के आधार पर ईस्टर की तारीख तय होती है।

वर्ष 2024 में वसंत विषुव (वसंत विषुव) 19 मार्च को।  उस तारीख के बाद पहली पूर्णिमा 25 मार्च को थी।  अगले रविवार अर्थात 31 मार्च को ईस्टर 2024 मनाया जाएगा।

वर्ष 2024 में वसंत विषुव (वसंत विषुव) 19 मार्च को। उस तारीख के बाद पहली पूर्णिमा 25 मार्च को थी। अगले रविवार अर्थात 31 मार्च को ईस्टर 2024 मनाया जाएगा।

ईस्टर के दिन प्रभु जीसस पुनर्जीवित हो गये थे।  इस दिन को ईसाई धर्म में इस स्थापना को ईस्टर के रूप में मनाया जाता है।

ईस्टर के दिन प्रभु जीसस पुनर्जीवित हो गये थे। इस दिन को ईसाई धर्म में इस स्थापना को ईस्टर के रूप में मनाया जाता है।

इस दिन लोग चर्च जाते हैं और प्रशंसा करते हैं।  इस दिन प्रभु यीशु के विचारों पर लोग चर्चा करते हैं और इस दिन को जश्न के रूप में मनाते हैं।

इस दिन लोग चर्च जाते हैं और प्रशंसा करते हैं। इस दिन प्रभु यीशु के विचारों पर लोग चर्चा करते हैं और इस दिन को जश्न के रूप में मनाते हैं।

प्रकाशित: 12 मार्च 2024 02:41 अपराह्न (IST)

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