क्या हैं वो वजहें, जिन कारणों से फिर से चर्चा में है नीट की परीक्षा?

What are the reasons due to which NEET exam is in the news again क्या हैं वो वजहें, जिन कारणों से फिर से चर्चा में है नीट की परीक्षा?


देश की सबसे बड़ी परीक्षाओं में से एक नीट परीक्षा भी है. इस मेडिकल एग्जाम के सेंटर भारत के अलावा दूसरे देशों में भी बनाए जाते हैं. 5 मई को लगभग 24 लाख विद्यार्थियों ने नीट की परीक्षा दी थी. ऐसे में राजस्थान के सवाई माधोपुर से नीट के पेपर लीक होने की खबर सामने आई थी, इसके अलावाा हाल ही में नीट की परीक्षा में एक छात्रा के रिजल्ट की पीडीएफ भी लगातार वायरल हो रही है, जिसमें छात्रा को 720 में से 719 अंक मिले हैं. जबकि प्रश्नपत्रों की मार्किंग के हिसाब से देखें तो ये मुमकिन नहीं है. इसे लेकर परीक्षा एजेंसी एनटीए सवालों के घेरे में है. दरअसल सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं क्योंकि नीट में कुल 200 प्रश्न होते हैं, जिनमें से 180 प्रश्नों को सॉल्व करना होता है.

क्या है नीयम?

नीट की पेपर में एक प्रश्न गलत करने पर एक अंक माइनस मार्किंग का कटता है. इसे देखते हुए छात्रा को 716 अंक मिलने थे लेकिन फिर भी छात्रा को 719 अंग मिले. रिजल्ट देखते ही भिलाई के कोचिंग संस्थानों और नीट एस्पेरेंट के बीच एनटीए में हुई इस गड़बड़ी पर चर्चाएं जोर पकड़ती नजर आ रही हैं. ये बस एक छात्रा की बात नहीं है, बल्कि इस परीक्षा में लोग सोशल मीडिया पर 67 विद्यार्थियों के 720 में से 720 अंक लाने पर सवाल उठा रहे हैं. इनमें से छह विद्यार्थी ऐसे हैं जिनका सेंटर और सिक्वेंस भी एक ही था.

वहीं बालोद में भी भारी गड़बड़ी सामने आई. यहां नीट की परीक्षा के लिए बनाए गए एग्जाम सेंटर स्वामी आत्मानंद हिंदी माध्यम स्कूल में पहले विद्यार्थियों के गलत पेपर का वितरण कर दिया गया. इसके 35 मिनट बाद सभी से पेपर वापस मांगकर 10 मिनट बाद दूसरा पेपर दिया गया, लेकिन परीक्षा के समय पर ही उनसे कॉपियां वापस ले ली गईं. इसके बाद छात्रछात्राओं और अभिभावकों ने परीक्षा केंद्र पर हंगामा करना शुरू कर दिया. यहां दोनों परीक्षा केंद्र में कुल 391 परिक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी.

पेपर लीक की खबर सामने आई

इसके अलावा राजस्थान के सवाई माधोपुर में स्थित एक परीक्षा केंद्र से नीट यूजी पेपर लीक होने की खबर आई थी. इसके तार बिहार से जुड़े हुए बताए जा रहे थे. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा ये भी किया गया कि नीट यूजी परीक्षा से पहले ही 20 परीक्षार्थियों को पेपर मिल गया था. इस खबर ने सभी को हैरान परेशान कर दिया है. इसे लेकर जांच की बात कही गई थी लेकिन अब जैसे ही रिजल्ट सामने आया तो लोग हैरान रह गए. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नीट पेपर रद्द करो ट्रेंड कर रहा है. वहीं टॉप 100 में राजस्थान के 14 विद्यार्थियों का होना भी बड़े सवाल खड़े कर रहा है.

सुप्रीम कोर्ट में दायर हुई याचिका

सोशल मीडिया पर चल रहे विरोध के बीच नीट और परीक्षा को रद्द करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर हो चुकी है. पेपर रद्द करने के पीछे याचिकाकर्ता ने संविधान के अनुच्छेद 14 (समानता का अधिकार) का उल्लंघन बताया है. इस याचिका को शिवांगी मिश्रा और अन्य छात्रछात्राओं की तरफ से दायर किया गया है, जिसमे एनटीए को भी एक पक्ष बनाया गया है.

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