इन रूट्स पर आते हैं सबसे ज्यादा टर्बुलेंस, भूलकर भी नहीं पकड़ती इनकी फ्लाइट


घूमने के शौकीन लोग अक्सर उड़ान लेकर इधर-उधर जाना पसंद करते हैं, इसलिए उनका वक्त सफर में ही बर्बाद न हो। हालांकि, उड़ान के दौरान अशांति आना आम बात है। वैसे टर्बुलेंस इस वक्त चर्चा में इसलिए है, क्योंकि लंदन से सिंगापुर जा रही एक फ्लाइट टर्बुलेंस में बुरी तरह फंस गई थी और इस घटना में एक मुसाफिर की मौत हो गई थी। आइए आपको दुनिया की ऐसी जड़ों की जानकारी देते हैं, जहां सबसे ज्यादा अशांति आती है। यदि आप भी फ्रीक्वेंट फ्लाइट यात्री हैं तो इन रूट्स की फ्लाइट भूलकर भी न पकड़ें।

चिली के सैंटियागो से बोलिविया के सांता क्रूज़ की उड़ान

इस जड़ पर उड़ान को एंडीज पर्वत को पार करना होता है। पहाड़ी क्षेत्रों और अलग-अलग वायु प्रवाह के कारण इस जड़ पर काफी अधिक टर्बुलेंस आते हैं। एंडीज पर्वत के ऊपर वेदर सिस्टम की वजह से पैसेंजर्स को बेहद बंपी राइड से रू-बरू होना पड़ता है।

कजाकिस्तान के अलमाटी से किर्गिस्तान के बिश्केक का रूट

कहने को तो यह जड़ काफी छोटी है, लेकिन तियान शान पर्वत श्रृंखला के ऊपर से उतरती है। ऐसे में यहां भी काफी ज्यादा टर्बुलेंस आते हैं। ऐसा तब अधिक होता है, जब मौसम के बदलाव में बदलाव होते हैं।

चीन का लान्झोऊ से चेंगडू रूट

यह मूल तिब्बती पठारों और सिचुआन पठारों के ऊपर से गुजरता है। अधिक ऊंचाई और पहाड़ी इलाकों की वजह से यहां काफी अधिक अशांति आती है। मानसून के दौरान और मौसम में परिवर्तन होने पर तो अशांति आना आम बात है।

इटली के मिलान से स्विट्जरलैंड के जेनेवा का सफर

यह जड़ यूरोप की आल्पस पर्वत श्रृंखला के ऊपर से गुजरती है। पहाड़ी रास्ते और खराब मौसम की वजह से इस इलाके में काफी ज्यादा अशांति आती है। ऐसे में पेपर्स को बहुत परेशानी होती है.

जापान के ओसाका से सेनादाई का रूट

जापान सागर और होन्शू पर्वत श्रृंखला के ऊपर से गुजरने वाले इस रूट में भी टर्बुलेंस की शक्तियां रहती हैं। इस क्षेत्र में अक्सर उथल-पुथल, उथल-पुथल और तेज हवा की वजह से टर्बुलेंस आते हैं।

इटली से स्विट्जरलैंड के मिलान का रास्ता

मिलान-जेनेवा रूट की तरह मिलान-ज्यूरिख रूट भी आल्प्स पर्वत के ऊपर से बढ़ती है। पारवर्ती इलाकों और क्षेत्रीय आपदाओं के कारण यहां से लगातार आने वाले दुर्भाग्य को अक्सर अशांति से जूझना पड़ता है।

चीन के ये दो रूट भी खतरनाक

बता दें कि चीन के लांझोऊ से उड़ान भरने वाले रूट पर भी टर्बुलेंस काफी ज्यादा आते हैं। इसके अलावा, उड़ान से चॉन्गक्यूइंग जाने वाले रूट पर भी फ्लाइट के पैसेंजर्स को टर्बलेंस की समस्याओं से जूझना पड़ता है।

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