दिल्ली में मौत की घाटी से भी ज्यादा गर्मी, जानिए आपके शरीर के लिए कितना तापमान है हानिकारक – News18 Hindi


उत्तर भारत में भीषण गर्मी पड़ रही है।

उत्तर भारत में भीषण गर्मी पड़ रही है।

लोगों को चिलचिलाती गर्मी में घर के अंदर रहने की कोशिश करनी चाहिए और हल्के व ढीले कपड़े पहनने चाहिए।

राजधानी दिल्ली समेत भारत के कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है। तापमान के मामले में दिल्ली इस समय अमेरिका के डेथ वैली से भी ज़्यादा गर्म है। रिपोर्ट्स की मानें तो 28 मई को डेथ वैली का अधिकतम तापमान 42.7 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है, जबकि 28 मई यानी आज दिल्ली का तापमान 46-47 डिग्री सेल्सियस तक पहुँचने की उम्मीद है। हालाँकि, क्या आप जानते हैं कि शरीर के लिए कितना तापमान खतरनाक हो सकता है?

ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य में स्थित डेथ वैली को दुनिया की सबसे गर्म जगह माना जाता है। गर्मियों में यहाँ का औसत तापमान 45 डिग्री सेल्सियस रहता है। 10 जुलाई 1913 को यहाँ का तापमान 56.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो अब तक का सबसे ज़्यादा तापमान है, लेकिन यह सिर्फ़ हवा का तापमान है। इस जगह की सतही गर्मी बहुत ज़्यादा है। 15 जुलाई 1972 को डेथ वैली में ज़मीन का तापमान 93.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो पानी के उबलने के तापमान से सिर्फ़ कुछ डिग्री कम था। यही वजह है कि इसे धरती की सबसे गर्म जगह माना जाता है।

शरीर के लिए कितना तापमान हानिकारक है?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, तापमान 40 से 50 डिग्री सेल्सियस के बीच बढ़ने पर हमारा शरीर ठीक से काम करना बंद कर देता है। इंग्लैंड के रोहेम्पटन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के अनुसार, जब बाहर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो जाता है, तो मानव शरीर अपनी ठंडा करने की क्षमता खो सकता है और इस वजह से यह ठीक से काम करना बंद कर सकता है। हालांकि, इस संबंध में और अधिक शोध की आवश्यकता है।

अत्यधिक गर्मी में आप अपने शरीर को स्वस्थ कैसे रखते हैं?

सर गंगा राम अस्पताल, नई दिल्ली की प्रिवेंटिव हेल्थ एंड वेलनेस डिपार्टमेंट की निदेशक डॉ. सोनिया रावत ने हाल ही में बताया कि इस समय गर्मी बहुत ज़्यादा है और लोगों को इससे बचने की सख्त ज़रूरत है। लोगों को चिलचिलाती गर्मी में घर के अंदर ही रहना चाहिए और हल्के और ढीले कपड़े पहनने चाहिए। भीषण गर्मी में शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए ज़्यादा से ज़्यादा पानी पीना चाहिए और बाहर जाते समय पानी की बोतल साथ रखनी चाहिए। ज़्यादा देर तक धूप में रहने से बचना चाहिए और फल और सब्ज़ियाँ खानी चाहिए। किसी भी आपात स्थिति में तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए और इलाज करवाना चाहिए।



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