abp live – Trending News Today India https://news.softspace.in Sun, 12 May 2024 11:35:00 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.5.3 https://i0.wp.com/news.softspace.in/wp-content/uploads/2023/08/cropped-cropped-news-high-resolution-logo-color-on-transparent-background.png?fit=32%2C32&ssl=1 abp live – Trending News Today India https://news.softspace.in 32 32 223874503 भिंडी उगाना नहीं है ज्यादा टेंशन का काम, बस ये काम कर लें फिर खरीदनी नहीं पड़ेगी https://news.softspace.in/growing-ladyfinger-is-not-a-stressful-task-just-do-this-work-and-then-you-will-not-have-to-buy-it/ https://news.softspace.in/growing-ladyfinger-is-not-a-stressful-task-just-do-this-work-and-then-you-will-not-have-to-buy-it/#respond Sun, 12 May 2024 10:19:48 +0000 https://news.softspace.in/%e0%a4%ad%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%a1%e0%a5%80-%e0%a4%89%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%a8%e0%a4%b9%e0%a5%80%e0%a4%82-%e0%a4%b9%e0%a5%88-%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%a6/

<p style="text-align: justify;">गर्मी का मौसम आ गया है. बीते कई दिनों से गर्मी तेजी से अपना रूप दिखा रही है. ऐसे में सेहतमंद रहना भी बेहद जरूरी है. जिसके लिए आपको ताजा फल-सब्जियों का सेवन करना चाहिए. आज हम आपको एक ऐसी सब्जी के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे आप आसानी से अपने घर में ही उगा सकते हैं. भिंडी एक ऐसी सब्जी है जिसे कि हर कोई पसंद करता है, बच्चों से लेकर बूढ़े तक भिंडी को बड़े चाव से खाते हैं. ऐसे में भिंडी एक मौसमी सब्जी है, जो कि गर्मियों के मौसम में अच्छी पैदावार के साथ आती है. लेकिन मौसमी सब्जी होने की वजह से इसके भाव भी आपको वैसे ही चुकाने पड़ते हैं, इसलिए आज हम बात करेंगे कि भिंडी को कैसे घर में ही उगाया जा सकता है.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;">भिंडी की फसल बागवानी में की जाती है, कई सारे किसान इसकी फसल से मोटी कमाई भी करते हैं. ऐसे में बाजार में आपको भिंडी मोटे भाव में देखने को मिलती है. लेकिन यह बड़ी स्वादिष्ट सब्जी होती है इसलिए इसे सभी लोग पसंद करते हैं. सभी लोगों के पसंद करने की वजह से बाजार से आप ज्यादा मात्रा में सब्जी खरीदते होंगे, इसलिए आपकी जेब पर भी भिंडी भारी पड़ती होगी, लेकिन क्या आप जानते हैं कि भिंडी को घर में उगाना बेहद आसान है. बस आपको बताए जा रहे ये आसान से काम करने होंगे.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>घर में बनाएं जगह</strong><br />भिंडी को उगाने के लिए सबसे पहले घर में 20/20 एक जगह निर्धारित कर लें. इसके बाद किसी अच्छे बीज भंडार से अच्छी किस्म का बीज लें और उसे कम से कम 3 इंच की गहराई में बोएं. इसके बाद जहां भिंडी उगानी है वहां का तापमान थोड़ा हल्का रखें, याद रहे कि जहां बीज बोया है वहां ज्यादा धूप ना हो. अगर घर में जगह ना हो तो गमले में भी आप भिंडी की पैदावार कर सकते हैं. गमले में मिट्टी को भर कर उसे थोड़ी थोड़ी धूप देते रहें. इसके बाद बीज को गमले में 3 इंच तक दबाकर पानी देकर छोड़ दें. गर्मियों के मौसम में पौधा सूखे नहीं इस बात का ख्याल रखें, पौधे को सुबह शाम नियमित रुप से पानी देते रहें.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>प्राकृतिक खाद का करें इस्तेमाल</strong><br />पौधे को लगाने के लिए हमेशा प्राकृतिक खाद का ही इस्तेमाल करें, बाजार में मिलने वाली आर्टिफिशियल खाद आपके पौधे को ग्रोथ तो देगी लेकिन आपकी सेहत पर बुरा असर भी डालेगी. इसलिए हमेशा प्राकृतिक खाद का ही इस्तेमाल करें. इससे भिंडी की क्वालिटी भी निखर कर आएगी.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>घास को करें साफ</strong><br />भिंडी का पौधा 2 से 3 हफ्तों में अंकुरित होना शुरू कर देता है, ऐसे में अगर आप को पौधे के पास घास उगती दिखाई दे तो उसकी छंटाई कर दें. आपकी पहली भिंडी की उपज रोपण के 45 से 50 दिनों के अंदर तैयार हो जाएगी, जब उपज 2-3 इंच लंबी हो जाए तो उसकी कटाई करें और हर दो दिन में एक बार कटाई करते रहें. कटाई के लिए कैंची का इस्तेमाल करें. एक बार जब आप कट लगाएंगे, तो उसी स्थान से दूसरी फली उगनी शुरू हो जाएगी. भिंडी की कटाई तब तक करते रहें जब तक कि पौधे से फसल निकलना बंद न हो जाए.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>यह भी पढ़ें: <a href="https://www.abplive.com/agriculture/vertical-farming-of-bitter-gourd-doubles-farmer-income-2686995">अगर ऐसे करेंगे करेले की खेती तो वो आपको बना देगी मालामाल… बड़े काम की है ये नई ट्रिक</a></strong></p>



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यहां हैं काफी तेज आंधी-बारिश की संभावना, किसान भाइयों के लिए हो सकती है मुसीबत https://news.softspace.in/there-is-a-possibility-of-very-strong-storm-and-rain-here-it-can-be-a-problem-for-the-farmer-brothers/ https://news.softspace.in/there-is-a-possibility-of-very-strong-storm-and-rain-here-it-can-be-a-problem-for-the-farmer-brothers/#respond Sun, 12 May 2024 07:24:01 +0000 https://news.softspace.in/%e0%a4%af%e0%a4%b9%e0%a4%be%e0%a4%82-%e0%a4%b9%e0%a5%88%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%ab%e0%a5%80-%e0%a4%a4%e0%a5%87%e0%a4%9c-%e0%a4%86%e0%a4%82%e0%a4%a7%e0%a5%80-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%b0/

यहां हैं काफी तेज आंधी-बारिश की संभावना, किसान भाइयों के लिए हो सकती है मुसीबत



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पीएम किसान निधि पर क्या है लेटेस्ट अपडेट? कब किसानों के खाते में आएंगे पैसे? https://news.softspace.in/what-is-the-latest-update-on-pm-kisan-nidhi-when-will-the-money-come-to-the-farmers-accounts/ https://news.softspace.in/what-is-the-latest-update-on-pm-kisan-nidhi-when-will-the-money-come-to-the-farmers-accounts/#respond Sun, 12 May 2024 06:19:00 +0000 https://news.softspace.in/%e0%a4%aa%e0%a5%80%e0%a4%8f%e0%a4%ae-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%a7%e0%a4%bf-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a5%88/

पीएम किसान निधि योजना का 17वीं किस्त का पैसा किसानों के खातो में नहीं पहुंचा है, इसके अलावा किसान इस बात को लेकर भी परेशान हैं कि इस 17वीं किस्त का पैसा कब तक उनके खातो में पहुंचेगा. फिल्हाल देश में लोकसभा चुनावों को लेकर आचार संहिता लागू है. क्या है पीएम किसान निधि योजना पर लेटेस्ट अपडेट आइए आपको बताते हैं. 

प्रधानमंत्री किसान सम्मान  निधि योजना की अब तक 16 किस्तें किसानों के खाते में ट्रांसफर की जा चुकी हैं. लाभार्थी किसान अगली किस्त के 2 हजार रुपये खाते में आने का इंतजार कर रहे हैं. इस किस्त के लिए आपको कुछ औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी वरना आपकी किस्त भी खाते में आने से अटक सकती है. 

जमीन का सत्यापन है जरूरी
पीएम किसान निधि योजना की अगली किस्त लेने के लिए भूमि का सत्यापन करवाना जरूरी है, किसानों को अपनी भूमि का सत्यापन कराकर इसे लिंक करवाना होता है. इस काम को आप अपने नजदीकी ब्लॉक ऑफिस, तहसील या फिर पटवारी के पास जाकर करवा सकते हैं. इस योजना का लाभ केवल उन्हीं किसानों को मिलता है जिनके पास 2 एकड़ या फिर उससे कम जमीन है.

ई-केवाईसी करवाना है बेहद जरूरी
किसानों को अपनी जमीन की ई-केवाईसी करवाना बहुत जरूरी है, वरना वे पीएम किसान निधि योजना की अगली किस्त से वंचित रह सकते हैं. ई-केवाईसी आप अपने किसी भी नजदीकी ई-मित्र या फिर साइबर कैफे पर जाकर करवा सकते हैं.

इस दिन आ सकती है 17वीं किस्त
पीएम किसान योजना की पहली किस्त अप्रैल से जुलाई के बीच, दूसरी किस्त अगस्त से नवंबर, और तीसरी किस्त दिसंबर से मार्च के बीच में जारी की जाती है. यानी 17वीं किस्त का पैसा अप्रैल से जून के बीच में आने की संभावना है. अभी लोकसभा चुनावों के चलते देश में आचार संहिता लगी हुई है, ऐसे में ये कयास लगाए जा रहे हैं कि किस्त का पैसा जून में ही आएगा.

बता दें कि किसान सम्मान निधि योजना केंद्र सरकार की तरफ चलाई जाने वाली योजना है, जिसके अंतर्गत भारत सरकार किसानों को 100 प्रतिशत वित्तीय सहायता देती है. इस योजना को 1 दिसंबर 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुरू किया था. इस स्कीम में छोटे और सीमांत किसानों को वित्तीय सहायता दी जाती है. ऐसे किसान जिनके पास 2 हेक्टेयर तक की संयुक्त जमीन है,साथ ही परिवार में पति पत्नी और नाबालिग बच्चे शामिल हैं उन सबके खातों में प्रतिवर्ष 6000 रुपयों की सहायता प्रदान की जाती है. इस योजना का लाभ सीधे लाभार्थियों के खाते में डाल दिया जाता है. 

यह भी पढ़ें: घर में कीवी उगाते समय इन बातों का रखें खास ख्याल?



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तरबूज की खेती में हर साल कितना कमा लेते हैं किसान? https://news.softspace.in/how-much-do-farmers-earn-every-year-from-watermelon-farming/ https://news.softspace.in/how-much-do-farmers-earn-every-year-from-watermelon-farming/#respond Sat, 04 May 2024 02:38:35 +0000 https://news.softspace.in/%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a4%ac%e0%a5%82%e0%a4%9c-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%96%e0%a5%87%e0%a4%a4%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b9%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a4%bf/

तरबूज की खेती में हर साल कितना कमा लेते हैं किसान?



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इस नस्ल के साथ शुरू कीजिए बकरी पालन का बिजनेस, फिर देखिए कैसे होती है मोटी कमाई https://news.softspace.in/start-goat-farming-business-with-this-breed-and-then-see-how-you-earn-big-money/ https://news.softspace.in/start-goat-farming-business-with-this-breed-and-then-see-how-you-earn-big-money/#respond Wed, 24 Apr 2024 05:14:31 +0000 https://news.softspace.in/%e0%a4%87%e0%a4%b8-%e0%a4%a8%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%a5-%e0%a4%b6%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a5%82-%e0%a4%95%e0%a5%80%e0%a4%9c%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%ac/

<p style="text-align: justify;">मवेशी पालन में जिसे सबसे ज्यादा पाला जाता है वो बकरी पालन होता है. आज के दौर में लोग महंगी महंगी जॉब छोड़कर बकरी पालन की तरफ बढ़ रहे हैं, लेकिन अनुभव और ज्ञान की कमी होने के कारण वे इसमें कई बार असफल हो जाते हैं. बकरी पालन के लिए सबसे जरूरी है सही नस्ल की पहचान होना और इसके बारे में पूरी जानकारी होना. अगर आपको सही नस्ल की जानकारी है और आप किसी अनुभवी के साथ इस व्यापार को करते हैं तो आपकी मोटी कमाई पक्की है.देश-विदेश में दूध, डेयरी, मांस की खपत बढ़ती जा रही है. ये किसानों के लिए अच्छा संकेत है.</p>
<p style="text-align: justify;">गांव में भी तेजी से पशुपालन, डेयरी फार्म और पोल्ट्री फार्म खुलते जा रहे हैं. बकरियों के दूध और मांस की भी बाजार में अच्छी-खासी डिमांड है. यही वजह है कि अब कई लोग बकरी फार्मिंग का बिजनेस कर रहे हैं. मात्र 4 बकरियों को पालकर कुछ ही समय फार्म का विस्तार हो जाता है. बकरियों की नस्ल पर भी निर्भर करता है. एक्सपर्ट्स की मानें तो बकरी पालन से अच्छी मुनाफा कमाने के लिए बकरियों की उन्नत नस्लों पर फोकस करना चाहिए</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>सोजत बकरी</strong><br />राजस्थानी नस्ल की सोजत बकरी का मूल स्थान सोजत जिले से हैं, लेकिन अब ये पाली, जोधपुर, नागौर और जैसलमेर जिलों में भी पहचान बना चुकी है. बता दें कि ये बकरी की सबसे सुंदर नस्ल है, जिसके बाजार में काफी अच्छे दाम मिल जाता है. सोजत बकरी दूध उत्पादन कम होता है. ये मुख्यतौर पर मांस के लिए पाली जाती है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>गूजरी बकरी</strong><br />राजस्थानी मूल की गूजरी बकरी को जयपुर, अजमेर और टोंक जिलों और नागौर तथा सीकर जिले के कुछ इलाकों में भी पाला जाता है. इस नस्ल की बकरी दूध &nbsp;के साथ अच्छी क्वालिटी के मांस का भी सोर्स है.दूसरी नस्लों की तुलना में इस नस्ल की बकरी का आकार बड़ा होता है. इस नस्ल की बकरियां अधिक मात्रा में दूध उत्पादन देती हैं. वहीं बकरों को मांस के लिए पालते हैं.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>करौली बकरी</strong><br />करौली बकरी एक स्वदेशी नस्ल है, जो अब करौली जिले के सपोटरा, मान्डरेल तथा हिंडौन से लेकर सवाई माधोपुर, कोटा, बूंदी और बारां जिलों तक फैली चुकी है. मीणा समुदाय की बकरी के नाम से मशहूर करौली बकरी को नस्ल सुधार कार्यक्रम के तहत रजिस्टर किया गया है. ये भी दूध और मांस का बढ़िया प्रोडक्शन देती है.</p>



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गेहूं की खरीद में किस राज्य का है बोलबाला, यहां हुआ है सबसे ज्यादा उत्पादन https://news.softspace.in/which-state-has-dominance-in-the-purchase-of-wheat-highest-production-has-taken-place-here/ https://news.softspace.in/which-state-has-dominance-in-the-purchase-of-wheat-highest-production-has-taken-place-here/#respond Wed, 24 Apr 2024 05:08:13 +0000 https://news.softspace.in/%e0%a4%97%e0%a5%87%e0%a4%b9%e0%a5%82%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%96%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%a6-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%b8-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a5%8d/

<p style="text-align: justify;"><a title="लोकसभा चुनाव" href="https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024" data-type="interlinkingkeywords">लोकसभा चुनाव</a>ों के बीच सरकार वोटरों को रिझाने की हर कोशिश करने में लगी है तो वहीं किसानों को भी सरकार रिझाने से पीछे नहीं हट रही है. इसी दौरान सरकार ने गेहूं की खरीद को लेकर एक बड़ा लक्ष्य रखा है. सरकार गैर पारंपरिक राज्यों जैसे राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार से 7 गुना ज्यादा वृद्धि के साथ गेहूं की खरीद करेगी. इस साल सरकार ने 50 लाख टन गेहूं इन राज्यों से खरीदने का लक्ष्य रखा है. खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने कहा कि राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार अपनी क्षमता से कम योगदान दे रहे हैं. हम इस साल कुल 310 लाख टन गेहूं खरीदेंगे जिसमें से 50 लाख टन गेहूं इस साल इन तीनों राज्यों से खरीदे जाएंगे.</p>
<p style="text-align: justify;">खाद्य सचिव ने बताया कि पिछले साल इन तीनो राज्यों ने केवल 6.7 लाख टन का ही योगदान दिया था. लेकिन अब इसे बढ़ाने की तैयारी है. हालांकि गेहूं खरीद का जिम्मा केंद्र की नोडल एजेंसी भारतीय खाद्य निगम द्वारा और राज्य की एजेंसियों के पास होता है. लेकिन इस बार सहकारी समितियों नेफेड और एनसीसीएफ को भी इस साल 5 लाख के खरीद टारगेट के साथ जोड़ा गया है. गेहूं की खरीद ऑन ईयर के लिए गेहूं की एमएसपी 2275 रुपये प्रति क्विंटल रखी गई है.</p>
<p style="text-align: justify;">देश में धान के बाद गेहूं सबसे प्रमुख फसल है. इसे रबी की फसल में शुमार किया जाता है. यह उत्तर भारत और उत्तर पश्चिम में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है.. भारत चीन के बाद सबसे ज्यादा गेहूं उत्पादक वाला देश है. गेहूं का उत्पादन सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में होता है, लेकिन इस बार हरियाणा और पंजाब गेहूं को लेकर चर्चा में है. क्योंकि यहां एमएसपी पर गेहूं की खरीद सबसे ज्यादा होती है.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>ये हैं गेहूं के सबसे बड़े उत्पादक राज्य</strong><br />उत्तर प्रदेश गेहूं उत्पादन में पहले नंबर पर आता है, जो पूरे देश का करीब 32 प्रतिशत गेहूं उत्पादन करता है. दूसरे नंबर पर मध्य प्रदेश आता है जो कि कुल उत्पादन का 19 प्रतिशत उत्पादन करता है. पंजाब में कुल उत्पादन का 15 प्रतिशत गेहूं उत्पादन होता है तो वहीं हरियाणा में 11 प्रतिशत गेहूं का उत्पादन होता है. 10 प्रतिशत गेहूं उत्पादन के साथ राजस्थान पांचवें नंबर पर आता है. बिहार में गेहूं के कुल उत्पादन का 5.1 प्रतिशत उत्पादन होता है तो वहीं गुजरात में करीब 3 फीसदी गेहूं का उत्पादन होता है. महाराष्ट्र में 1.9 तो उत्तराखंड में 0.8 प्रतिशत गेहूं का उत्पादन होता है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>हरियाणा बना नंबर एक राज्य</strong></p>
<p style="text-align: justify;">अब गेहूं की खरीद तेज हो गई है, और अब तक करीब 70 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है. एमएसपी पर गेहूं की सबसे ज्यादा खरीद में अब तक मध्य प्रदेश सबसे आगे चल रहा था, जिसे अब हरियाणा ने पीछे छोड़ दिया है. हरियाणा से इस बार 31,25,635 टन गेहूं की खरीद हुई है जबकि मध्य प्रदेश से 29000 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की है. सरकार ने इस साल एमएसपी पर अधिक गेहूं खरीदने का लक्ष्य रखा है. क्योंकि बफर स्टॉक में गेहूं 16 साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>यह भी पढ़ें: <a href="https://www.abplive.com/utility-news/road-tax-on-motorcycles-is-3-percent-of-its-ex-showroom-price-utility-2672753">एक बाइक खरीदने पर आप कितना रोड टैक्स दे देते हैं? इतने बढ़ जाते हैं दाम</a></strong></p>



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बारिश और ओलावृष्टि से कहां के किसानों को हुआ सबसे ज्यादा नुकसान? सरकार ने लिया ये एक्शन https://news.softspace.in/where-did-farmers-suffer-the-most-loss-due-to-rain-and-hailstorm-the-government-took-this-action/ https://news.softspace.in/where-did-farmers-suffer-the-most-loss-due-to-rain-and-hailstorm-the-government-took-this-action/#respond Sun, 03 Mar 2024 15:22:58 +0000 https://news.softspace.in/%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%b6-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%93%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a5%83%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a4%bf-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%b9%e0%a4%be/

उत्तर प्रदेश में पिछले दिनों शुक्रवार और शनिवार को बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई. इससे फसलों को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचा है. इन सब में आंधी ने भी जमकर तबाही मचाई. तेज हवा से गेहूं की फसल खेतों में बिछ गई. वहीं, इस तबाही के बाद राहत आयुक्त विभाग ने प्रदेश के 75 जिलों में फसल, पशुधन व मानव क्षति का आंकलन करने के लिए आदेश जारी कर दिया है. इसके साथ ही विभाग ने एक सप्ताह के भीतर आंकड़े साझा करने को कहा है ताकि मुआवजा देने का काम शुरू किया जा सके.

TOI की रिपोर्ट के मुताबिक, सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हैं जिनमें झांसी, लखनऊ, बागपत, सहारनपुर, जालौन में ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान होते हुए दिखाया गया है. इन सब में गेहूं, मटर, सरसों, कपास, मसूर, अरहर को भी नुकसान पहुंचा है. सरकार एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हम अभी फसलों को हुए नुकसान की प्रारंभिक रिपोर्ट एकत्र करने में लगे हुए हैं. फिलहाल बारिश और ओलावृष्टि से किसी की जान की नुकसान वाली खबर सामने नहीं आई है. आगे अधिकारी ने कहा कि हमने सभी जिलों को नुकसान की एक विस्तृत रिपोर्ट बनाने को कहा है जिसे हम राहत आयुक्त कार्यालय के साथ साझा करेंगे.

इन जिलों में हुई अधिक बर्बादी
एक रिपार्ट के मुताबिक 9 से 28 फरवरी को बांदा, कानपुर देहात, कानपुर नगर और हमीरपुर, फतेहपुर, जालौन जैसे जिलों द्वारा भेजे गए आंकड़ों से पता चलता है कि आंधी और ओले गिरने के कारण सरसों, गेहूं, मसूर और दूसरी फसलों को नुकसान हुआ. सरकार ने कहा कि बांदा की पैलानी तहसील में कम से कम 13 गांवों में 45 प्रतिशत फसल की बर्बादी हुई है. वहीं बबेरू तहसील के तीन गांवों में 33 फीसदी फसल का नुकसान हुआ है. फतेहपुर की बिंदकी तहसील के 10 गांवों में भी 33 फीसदी फसल खराब हुई है. हमीरपुर के 51 गांवों में तेज आंधी और ओलावृष्टि के कारण 33 प्रतिशत फसलों को नुकसान पहुंचा है.

हरियाणा में भी हुई ओलावृष्टि
हरियाणा में भी तेज बारिश और ओलावृष्टि के साथ नुकसान की खबर सामने आ रही है. इस दौरान सड़क से लेकर खेतो में बर्फ की चादर बिछ गई है. इन सब में रबी की फसल को काफी ज्यादा नुकसान हुआ है. इसके अलावा सरसों की फसल को भी काफी ज्यादा नुकसान पहुंचा है. तेज ओलावृष्टि से हरियाणा के चरखी दादरी, हिसार, भिवानी, जिंद और फतेहाबाद जिलों के कई किसानों ने तेज बारिश और ओलावृष्टि से कई हुए नुकसान की शिकायत की है.

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घर पर इस तरह से उगा सकते हैं चेरी टमाटर, यहां जानिए पूरा तरीका https://news.softspace.in/you-can-grow-cherry-tomatoes-at-home-in-this-way-know-the-complete-method-here/ https://news.softspace.in/you-can-grow-cherry-tomatoes-at-home-in-this-way-know-the-complete-method-here/#respond Thu, 29 Feb 2024 01:56:59 +0000 https://news.softspace.in/%e0%a4%98%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%87%e0%a4%b8-%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a4%b9-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%89%e0%a4%97%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a4%95%e0%a4%a4%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a5%88%e0%a4%82/

<p style="text-align: justify;">दुनिया भर में लोग टमाटर खाने के शौकीन हैं. इसे सलाद से लेकर ग्रेवी बनाने तक इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा टमाटर से बनी सॉस बच्चों की फेवरेट है. ऐसे में टमाटर को आप घर में ही उगाने लग जाएं तो आपके बहुत पैसे बच सकते हैं. साथ ही आप बढ़िया टमाटर का लाभ घर बैठे ही ले सकते हैं. आप अपने बगीचे में चेरी टमाटर लगा सकते हैं. &nbsp;इसकी कई किस्में होती हैं, जिनमें काली चेरी, चेरी रोमा, टोमेटो टो, कर्रेंट व येलो पियर प्रमुख हैं.</p>
<p style="text-align: justify;">चेरी टमाटर की बुवाई बीजों के जरिए होती है. इसे आप अपने पास की नर्सरी या फिर बीज की दुकान से खरीद सकते हैं. आप घर में मौजूद मिट्टी के बर्तन को चेरी उगाने के लिए गमले के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं. वहीं, आप बाजार से भी गमला लाकर इसे उगा सकते हैं. इसकी अच्छी उपज के लिए बीज को मिट्टी के ऊपरी परत के नीचे ही लगाएं. खाद के लिए गाय के गोबर का उपयोग कर सकते हैं.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>इन बातों का रखें खास ख्याल</strong><br />चेरी टमाटर के बीज लगाने के बाद मिट्टी में 1 से 2 मग पानी डालें. गर्मी के वक्त इसमें अधिक पानी की आवश्यकता होती हैं. टमाटर के पौधे में फंगल इंफेक्शन का खतरा अधिक होता है. इससे बचाव के लिए आप मिट्टी में कॉपर ऑक्सीक्लोराइड के घोल का छिड़काव कर सकते हैं.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>दिमाग के लिए हैं फायदेमंद</strong><br />चेरी टमाटर की बुवाई के 2 – 3 माह में इसका पौधा फल प्रदान करने के लिए तैयार हो जाता है. चेरी टमाटर कब्ज से राहत दिलाने में बेहद कारगर है. इसके साथ ही ये कैंसर की कोशिकाओं को मारने की क्षमता रखता है. चेरी टमाटर आंखों की रोशनी बढ़ाने के साथ ही दिमाग की क्षमता को भी बढ़ाने का कार्य करता है.</p>
<p>यह भी पढे़ें: <a href="https://www.abplive.com/gk/indians-take-bath-every-morning-but-in-these-countries-people-take-bath-at-night-for-this-reason-2624809">भारतीय रोज सुबह नहाते, लेकिन इन देशों में इस वजह से रात में नहाते हैं लोग</a></p>



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इन सब्जियों को घर में लगा कर आप आसानी से मार्केट की केमिकल युक्त सब्जियों से पा सकते हैं छुटकारा https://news.softspace.in/by-planting-these-vegetables-at-home-you-can-easily-get-rid-of-chemical-laden-vegetables-from-the-market/ https://news.softspace.in/by-planting-these-vegetables-at-home-you-can-easily-get-rid-of-chemical-laden-vegetables-from-the-market/#respond Sun, 25 Feb 2024 10:23:29 +0000 https://news.softspace.in/%e0%a4%87%e0%a4%a8-%e0%a4%b8%e0%a4%ac%e0%a5%8d%e0%a4%9c%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%98%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b2%e0%a4%97%e0%a4%be-%e0%a4%95/

<p style="text-align: justify;">मार्च का महीना आने वाला है. मार्च का महीना सब्जियों की ग्रोथ के लिए अच्छा माना जाता है. ऐसे में इस महीने में आप अपने घर में ही गार्डनिंग करके ऑर्गेनिक सब्जियां उगा सकते हैं. गर्मियों के मौसम में लोगों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है.गर्मियों में लू लगना, इंफेक्शन होना, तबियत बिगड़ना ये समस्याएं आम हैं. ऐसे में डॉक्टर्स भी हेल्दी खाना खाने को बोलते हैं.</p>
<p style="text-align: justify;">लेकिन आजकल की जो सब्जियां मार्केट में आ रही हैं वो केमिकल युक्त होती हैं. इसलिए हम आपको आज ऐसे ही कुछ आइडियाज देने जा रहे हैं जिससे आप घर में ही सब्जियों की अच्छी पैदावार कर सकते हैं.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>खीरा</strong></p>
<p style="text-align: justify;"><img src="https://img.freepik.com/free-photo/fresh-cucumber-gathered-into-plastic-box-from-greenhouse-plants_114579-2735.jpg" alt="Fresh cucumber gathered into plastic box from greenhouse plants. " /><br />गर्मियों मे सलाद के रूप में खीरा ज्यादा खाया जाता है. खीरा पानी की कमी को दूर करता है और लू लगने पर यह राहत के लिए कारगर सिद्ध हो सकता है. गर्मियों में खीरे की डिमांड भी काफी ज्यादा बढ़ जाती है जिसके कारण मार्केट में यह महंगा बिकने लग जाता है. इसलिए आप इसे फरवरी के महीने में ही लगाना शुरू कर सकते हैं. खीरे का पौधा महज 3-4 हफ्तों में ही बड़ा हो जाता है.</p>
<p><strong>पालक</strong></p>
<p><img src="https://img.freepik.com/premium-photo/fresh-green-spinach-bunch-palak-white-isolated-background_1175747-6.jpg" alt="Fresh and green spinach bunch Palak on white isolated background" /></p>
<p style="text-align: justify;">पालक एक ऐसी सब्जी है जिसे सर्दियों में अधिक खाया जाता है. लेकिन आजकल इसका क्रेज गर्मीयों में भी देखने को मिल रहा है. आप पालक को अलग अलग तरह से बना सकते हैं. पालक खाने में स्वादिष्ट होने के साथ साथ ये सेहत में भी आपको कई फायदे पहुंचाता है. पालक को आप अप्रैल और मई के महीने में भी घर में लगा सकते हैं. पालक की ग्रोथ भी काफी जल्दी होती है और इसे घर में बोने के बाद आप बाजार के पालक से छुटकारा पा सकते हैं.</p>
<p><img src="https://images.herzindagi.info/image/2022/Feb/Brinjle-plant.jpg" alt="Brinjle plant" /></p>
<p style="text-align: justify;">बैंगन को पूरे देशभर में नियमित रूप से खाया जाता है. यह खाने में बहुत स्वादिष्ट होने के साथ सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है. इसे आप अपने घर में आसानी से उगा सकते हैं.इस पौधे को आप ऐसी जगह रखें जहां इसे प्रोपर धूप लगती रहे. ध्यान रहे बैंगन के पौधे को बहुत अधिक देखभाल की जरूरत होती है.</p>
<p><strong>भिंडी</strong></p>
<p><img src="https://img.freepik.com/premium-photo/pile-ripe-okra-sale-local-farmers-market_87414-5415.jpg" alt="Pile of ripe okra for sale at local farmers market" /></p>
<p style="text-align: justify;">भिंडी एक ऐसी सब्जी है जिसे बच्चे हों या बूढ़े सभी बड़े चाव के साथ खाते हैं. भिंडी को खासतौर से गर्मियों में खाया जाता है. कई सारी रिसर्च के मुताबिक भिंडी को मौजूदा मौसम में उगाना ठीक होता है.हालांकि, आपको इसे उगाने के 15-20 दिन बाद निराई-गुड़ाई करना जरूरी है. आप भिंडी को बीज, गमला, खाद, मिट्टी और पानी की सहायता से घर में कहीं भी लगा सकते हैं.</p>
<p style="text-align: justify;">यह भी पढ़ें:<a href="https://www.abplive.com/photo-gallery/lifestyle/food-tips-to-cook-perfect-rice-2620146"> बनाना चाहती हैं खिले हुए चावल? तो इस बार ट्राई करें ये टेकनीक</a></p>



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किन-किन जगहों पर फिर बारिश आने की है संभावना? इन इलाकों में पूरी तरह बदलेगा मौसम https://news.softspace.in/in-which-places-is-there-a-possibility-of-rain-again-the-weather-will-change-completely-in-these-areas/ https://news.softspace.in/in-which-places-is-there-a-possibility-of-rain-again-the-weather-will-change-completely-in-these-areas/#respond Sun, 25 Feb 2024 07:48:51 +0000 https://news.softspace.in/%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%a8-%e0%a4%9c%e0%a4%97%e0%a4%b9%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%ab%e0%a4%bf%e0%a4%b0-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%b6/

मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विभोक्ष की सक्रियता के कारण पूरे देशभर में मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है.IMD की मानें तो, 25 से 27 फरवरी के बीच जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, बिहार पश्चिम बंगाल, ओडिशा समेत देश के कई हिस्सों में बारिश होने की संभावना है.आइए जानते हैं मौसम का पूरा हाल.

उत्तर भारत के कई क्षेत्रों में मौसम दिन में गर्म और रात को हल्की ठंडक के साथ खत्म हो रहा है,आईएमडी ने कहा कि पश्चिमी विभोक्ष के कारण देश के अधिकांश हिस्सो में बारिश होने की संभावना है. रिपोर्ट की मानें तो 25 से 27 फरवरी के बीच उत्तर पूर्वी राज्यों में बारिश होने की अधिक संभावना है तो वहीं उत्तर भारत में भी हल्की बारिश के साथ मौसम में नमी रहेगी.

ऐसा रहेगा मौसम का हाल
मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली एजेंसी स्काईमेट ने कहा कि, पश्चिमी विभोक्ष को उत्तरी पाकिस्तान के ऊपर एक चक्रवात के रूप में देखा जाता है तो वहीं राजस्थान के मध्य इलाकों और आसपास के क्षेत्रों पर भी चक्रवाती हवाओं का असर बना हुआ है.मराठवाड़ा के कुछ इलाकों में भी चक्रवाती हवाओं का असर लगातार बना हुआ है.इसके अलावा कर्नाटक में भी एक ट्रफ रेखा चक्रवाती परिसंचरण से लेकर दक्षिण तमिलनाडु तक फैल गई है. 26 फरवरी को एक नया पश्चिमी विभोक्ष हिमालयी क्षेत्र पर पहुंच सकता है. वहीं साउथ छत्तीसगढ़ पर भी चक्रवाती हवाओं ने अपना घेरा बना रखा है.

दिल्ली एनसीआर का ये रहेगा हाल
दिल्ली में 25 फरवरी को बादल छाए रहने की संभावना है, मौसम विभाग के अनुसार 26 फरवरी को दिल्ली में हल्की बारिश हो सकती है. 27 फरवरी को मौसम साफ होना शुरू होगा. आईएमडी की रिपोर्ट के अनुसार पूरे हफ्ते दिल्ली का न्यूनतम तापमान 8 से 12 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है तो वहीं दिल्ली का अधिकतम तापमान 26 से 30 डिग्री सेल्सियस रहने वाला है.

देश के बाकि हिस्सों का हाल
मौसम एजेंसी स्काईमेट के अनुसार अगले 24 घंटो में सिक्किम और अरूणाचल प्रदेश में हल्की बारिश होने की संभावना है तो वहीं कुछ हिस्सो में बर्फबारी भी देखने को मिल सकती है. तो वहीं जम्मू कश्मीर, लद्दाख, गिलगित बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश में अलग-अलग हिस्सों पर हल्की बारिश संभव है.

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