![कान्स फिल्म फेस्टिवल प्रतियोगिता में प्रवेश द गर्ल विद द नीडल भले ही डार्क और डिकेंसियन हो लेकिन इसमें आशा की किरण है कान्स फिल्म फेस्टिवल प्रतियोगिता में प्रवेश द गर्ल विद द नीडल भले ही डार्क और डिकेंसियन हो लेकिन इसमें आशा की किरण है](https://i0.wp.com/news.softspace.in/wp-content/uploads/2024/05/कान्स-फिल्म-फेस्टिवल-प्रतियोगिता-में-प्रवेश-द-गर्ल-विद-द.jpg?resize=600%2C400&ssl=1)
कान्स फिल्म फेस्टिवल प्रतियोगिता में प्रवेश द गर्ल विद द नीडल भले ही डार्क और डिकेंसियन हो लेकिन इसमें आशा की किरण है
कान फिल्म समारोहके लिए प्रतिस्पर्धा कर रहा है-पाल्मे डी’ओर प्रविष्टि, द गर्ल विद द नीडल, अंधकारमय, निराशाजनक और डिकेंसियन है। उन दिनों की पृष्ठभूमि पर जब प्रथम विश्व युद्ध के विनाशकारी बादल यूरोप से दूर जाने लगे थे, मैग्नस वॉन हॉर्न की फिल्म एक बेहद गरीब कामकाजी वर्ग की महिला के इर्द-गिर्द घूमती है, जो…