ऐसे लोग भूलकर भी न करें स्विमिंग, पूल में उतरने से पहले जरूर जान लें ये जरूरी बात

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तैराकी के दुष्प्रभाव: तैराकी कई तरह की बीमारियों का इलाज है। यह सबसे अच्छे अभ्यास में से एक है। यह हृदय सक्रियता में आता है और अत्यंत प्रभावशाली है। तैराकी करने से घुटनों के दर्द, मामूली समस्याएं दूर हो सकती हैं। एक्सप्रेस के अनुसार, रोजाना केवल 30 से 40 मिनट तैराकी करने से ही शरीर को स्वास्थ्यमंद रखा जा सकता है, लेकिन कुछ कंडीशन ऐसी होती है, जब तैराकी नहीं करनी चाहिए, तो अन्य फायदे की बजाय नुकसान हो सकता है।

तैराकी कब नहीं करनी चाहिए

1. हाइपोग्लाइसीमिया
अगर किसी का शुगर लेवल कम रहता है तो उन्हें तैरने से बचना चाहिए। शुगर लेवल के मिसिया से डॉक्टर की सलाह पर ही ऐसी परेशानी का प्लान करना चाहिए। तैराकी के दौरान बेहोशी आ सकती है, जो खतरनाक हो सकती है।

2. कंटेजियस प्रणालियाँ
जुकाम, खांसी, त्वचा और एलर्जी जैसी कंज्यूमर्स डिजीज में तैराकी से बचना चाहिए। ऐसी स्थिति में स्विमिंग पूल में जाना अवलोड करना चाहिए, अन्यथा कई तरह की प्रक्रियाएं (स्विमिंग करने के नुस्खे) हो सकती हैं।

3. सर्जरी के बाद
अगर किसी तरह की सर्जरी हुई है तो उसके तुरंत बाद या शरीर में स्टिचेज लगे होने पर स्वीमिंग नहीं करनी चाहिए, अन्य खबरें बढ़ सकती हैं। अगर शरीर में कहीं घाव है तो भी पूल में जाने से बचना चाहिए। वरना पानी में भीगने से गंभीर घाव बन सकता है।

तैराकी करने से पहले क्या करें
तैराकी ही नहीं किसी भी कसरत करने से पहले सबसे पहले उसे कोड और सीखना चाहिए. पहले कभी भी तैराकी नहीं की है तो सबसे पहले इसकी ट्रेनिंग लें और फिर इसे रोजाना की जिंदगी में रखें। इसके लिए शरीर की ज़रूरत को भी ख़राब करना चाहिए. चूंकि तैराकी थकाने वाली गतिविधि है, ऐसे में अगर शरीर मजबूत नहीं है तो फायदे की बजाय नुकसान हो सकता है।

पूल से होने वाले खतरे

डायरिया के अलावा, तैराकी से त्वचा का संक्रमण, वर्ष का संक्रमण और आंखों में संक्रमण भी हो सकता है। ये शरीर के वे अंग हैं जो सीधे वातावरण के संपर्क में आते हैं और ये ज्यादातर उन दुष्प्रभावों के कारण होते हैं जो स्वाभाविक रूप से जल में रहते हैं। स्विमिंग पूल संक्रमण पैदा करने वाले आम जीव क्रिप्टोस्पोरिडियम, लेसिओनेला, स्यूडोमोनास, नोरोविरिस, शिगेला, ई. कोली और गियार्डिया हैं।

Disclaimer: यह खबर कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।

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