जिला प्रशासन और राज्य सरकार के विभागों के जन सूचना अधिकारियों को सूचना का अधिकार (आरटीआई) अधिनियम के मामलों में शून्य लंबित मामलों को प्राप्त करने की दिशा में काम करने की सलाह दी गई।
तमिलनाडु सूचना आयोग के सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार को राज्य के मुख्य सूचना अधिकारी एम. शकील अख्तर ने पीआईओ की एक बैठक बुलाई थी. तमिलनाडु भर से आए लगभग 125 अधिकारियों से कहा गया कि वे निर्धारित समय सीमा के भीतर आरटीआई याचिकाओं का जवाब दें और जहां तक संभव हो देरी या लंबित होने से बचें।
आयोग में विभिन्न कारणों से लगभग 40,000 मामले लंबित थे। राजस्व, निबंधन और पुलिस विभाग में आरटीआई के लंबित मामलों की संख्या सबसे अधिक है.
सूत्रों ने बताया कि आयोग ने उन मामलों में पीआईओ द्वारा व्यक्त की गई कठिनाइयों पर ध्यान दिया जहां तुरंत जवाब नहीं दिया जा सका।