सब्जियों के दाम कब ऊपर नीचे हो जाएं पता नहीं चलता, ऐसे में इन दिनों टमाटर के भाव में गिरावट देखने को मिल रही है. बता दें कि टमाटर में 40 फीसदी की गिरावट देखी गई है. मंडियों में टमाटर 5 से 15 रुपये किलो बिक रहे हैं. जानकारी के मुताबिक टमाटर की ताजा फसल मंडियों में आने से 2 दिन के अंदर ही इसकी कीमत में बदलाव देखा गया है.
टमाटर की कीमतों में गिरावट
उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में भी टमाटर की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गई है. इसके अलावा दिल्ली, उत्तर प्रदेश और अन्य थोक बाजारों में भी टमाटरों की कीमत 5 से 15 रुपये प्रति किलो हो गई है. इससे ग्राहक को तो फायदा होगा, लेकिन किसानों को उचित दाम नहीं मिल पाएंगे. जिससे उनकी परेशानियों और बढ़ जाएगी.
किसानों को हो रही परेशानियां
बात करें दिल्ली की तो दिल्ली में इसकी कीमत गिरकर 800 रुपये हो गई है, तो वहीं उत्तर प्रदेश में 1600 रुपये हो गई है. बता दें कि किसानों ने बड़ी आशा के साथ टमाटर की खेती की थी, लेकिन अब भाव की गिरावट की वजह से सभी किसानों को परेशानियां हो रही है. कम पैसों में टमाटर को बेचना अब उनकी मजबूरी बन गया है, अगर वह इंकार कर देंगे, तो उनका सारा माल सड़ जाएगा.
अचानक से भाव गिरने पर अधिकतर किसान नाराजगी जता रहे हैं. टमाटर और बाकी सब्जियों में गिरावट आने की वजह से किसान उनकी लागत तक नहीं निकल पा रही है. जिन किसानों ने तेज धूप में मेहनत कर अपनी फसल देख अच्छे मुनाफे की उम्मीद की थी, अब उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया है.
बाकी सब्जियों में गिरावट
टमाटर ही नहीं इसके अलावा बाकी सब्जियों के भी यही हाल है. सब्जी मंडियों में हरी मिर्च 8 से 10 रुपये किलो में बिक रही है, तो वही ग्वार फली का रेट भी 10 से 12 रुपये किलो हो गया है. बात करें आलू की तो, बीते दिनों में आलू की कीमत में 12% उछाल देखा गया है. अगर इस तरीके से सब्जियों का दाम गिरता रहा, तो किसानों को भारी नुकसान होगा. वर्तमान में मंडियों में हो रही सब्जी की कीमतों की वजह से कई किसानों को नुकसान झेलना पड़ रहा है.