सबसे ज्यादा हिंसा के शिकार किस उम्र के लोग होते हैं, जानें रिसर्च में क्या हुआ खुलासा

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कृमि एक ऐसी बीमारी है जिसका अगर समय पर इलाज नहीं करवाया जाए तो व्यक्ति को बहुत स्वास्थ्य संबंधी नुकसान हो सकता है। पहले इसे बुज़ुर्गों की बीमारी माना जाता था, लेकिन इसमें शामिल लोगों और बच्चों को भी प्रभावित कर रही है। इसे “सैलेंट किलर” भी कहा जाता है, क्योंकि इसके इंजेक्शन से आराम नहीं मिलता है, और अगर इसका सही समय पर इलाज नहीं किया जाता है, तो यह मौत का कारण बन सकता है।

इंटर में टाइप 1 और टाइप 2

टाइप 1 उत्पन्न होती है जब शरीर में यूनिवर्स का उत्पादन कम हो जाता है। यह आमतौर पर माता-पिता से विरासत में मिलता है, अगर उन्हें किसी को भी टाइप 1 से जोड़ा जाता है। इसके अलावा, आपका आहार और स्वभाव भी प्रभावित हो सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के, 2017 में टाइप 1 पीड़ित वाले गरीबों की संख्या 9 मिलियन से अधिक थी, और इसके अनुसार अधिकांश लोग संयुक्त राज्य अमेरिका में रहते थे, आर्थिक स्थिति बेहतर थी। टाइप 1 प्लाज्मा के लक्षण तेजी से दिख सकते हैं, और इसका उपचार रिवाइवल नामांकन के साथ किया जाता है।

इसके विपरीत, टाइप 2 वयस्कों का उपयोग ठीक से नहीं होता है, और लक्षण हो सकते हैं जो समय से पहले पता नहीं चल पाते हैं। इस बीमारी के शरीर का अवलोकन का सही तरीके से उपयोग करने से रोका जाता है और कई बार इसका अवलोकन किया जाता है, लेकिन वास्तव में यह बच्चों में भी देखा जा रहा है। टाइप 2 सिगरेट के लक्षण में प्यास, थकान, वजन की सलाह या कमी शामिल हो सकती है। इसे करने के लिए आहार, व्यायाम, और औषधियों का सही संयोजन करना आवश्यक है।

सहकर्मियों से बचाव

व्यवसाय से मुक्ति के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि आप अपनी आजीविका में सुधार करें। सही समय पर खाना बनाना, ठीक से खाना, और नियमित रूप से शारीरिक व्यायाम करना। नशामुक्ति से दूर रहें और नियमित रूप से सेवन जांच करवाएं। स्ट्रेस को कम करने की भी कोशिश करें, क्योंकि स्ट्रेस को भी बढ़ाया जा सकता है।

सहकर्मियों की संख्या

विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में दुनिया भर में 42.2 करोड़ लोग शिकार का शिकार हैं। इसकी संख्या में 40 वर्षों में चारगुना की वृद्धि हुई है। केवल 2016 में ही लगभग 16 लाख लोगों की मौत की वजह से मौत हुई थी। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की रिपोर्ट के मुताबिक, 20 से 79 साल पहले नौ फिल्मों में से एक में हंगामा का योगदान होता है। इससे बचने के लिए, स्वस्थ विचारधारा को महत्वपूर्ण है। यह सही आहार, नियमित व्यायाम और तनाव कम करने के मध्यम से अनुमान है कि आप विपक्ष से बच सकते हैं। अगर आपको लगता है कि आपको यह बीमारी हो सकती है, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें ताकि सही इलाज शुरू हो सके।

अध्ययन के अनुसार, सबसे तेज़ साल में चूहों का शिकार हो रहे वर्ग 20 से 79 के बीच के लोग हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2021 में विश्वभर में 537 मिलियन लोग इस बीमारी से प्रभावित थे, और इसमें 2030 से 643 मिलियन तक की बढ़ोतरी हो सकती है। साथ ही, साल 2045 तक यह पात्र 783 मिलियन तक पहुंचने का अनुमान है। एक और रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 में सिगरेट के कारण हुई 70 साल से कम उम्र के लोगों में 1.5 मिलियन लोग थे, जिनमें से 48% लोग थे। ऐसा साफ होता है कि यह बीमारी नए युग के लोगों को भी प्रभावित कर रही है।

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