<पी शैली="पाठ-संरेखण: औचित्य सिद्ध करें;">नीट और नेट परीक्षा को लेकर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के खिलाफ लगातार कैंडिडेट्स और राजनीतिक दलों की तरफ से प्रदर्शन किया जा रहा है. नीट यूजी विवाद का मामला सुप्रीम कोर्ट में है और सीबीआई को मामले में जांच करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. लेकिन इसी बीच देश के बड़े-बड़े पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा आयोजन करने वाले यूपीएससी की ओर से नकल पर नकेल कसने के लिए प्लान बनाया गया है.
रिपोर्ट्स के अनुसार यूपीएससी की ओर से आयोजित भर्ती एग्जाम में अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लेस सीसीटीवी इस्तेमाल में लिए जाएंगे. हाल ही में आयोग ने टेंडर जारी कर आवेदन मांगे हैं. जिसमें आधार कार्ड आधारित फिंगरप्रिंट और चेहरे की पहचान, ई-प्रवेश पत्र स्कैनिंग और एआई-आधारित सीसीटीवी निगरानी शामिल है. इन सभी उपकरणों का इस्तेमाल परीक्षा प्रोसेस के दौरान किया जाएगा.
संघ लोक सेवा आयोग प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करता है जो आईएएस, आईएफएस और आईपीएस पदों के लिए अधिकारी चुनता है. इसके अलावा यूपीएससी केन्द्रीय सरकार के ग्रुप ‘ए’ और ग्रुप ‘बी’ पदों के लिए परीक्षाएं और साक्षात्कार आयोजित करता है.
यूपीएससी परीक्षाओं को स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से आयोजित करने के लिए नई डिजिटल तकनीक का उपयोग करेगा. यह तकनीक उम्मीदवारों के बायोमेट्रिक विवरणों का मिलान और जांच-पड़ताल करने में मदद करेगी, जिससे परीक्षा में नकल, फर्जीवाड़े, अनुचित साधनों और प्रतिरूपण को रोका जा सकेगा.
AI का होगा इस्तेमाल
रिपोर्ट्स के अनुसार इस पहल के तहत परीक्षा केंद्रों में उपस्थित उम्मीदवारों की पहचान के लिए आधार आधारित फिंगरप्रिंट प्रमाणीकरण या उनकी तस्वीर ली जाएगी. साथ ही उनके ई-एडमिट कार्ड पर मौजूद क्यूआर कोड को स्कैन किया जाएगा. इसके अलावा परीक्षा हॉलों में लगे सीसीटीवी कैमरों की निगरानी के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल किया जाएगा. यह एआई संदिग्ध गतिविधियों का पता लगाने और अलर्ट जारी करने के लिए सक्षम होगा.
चेहरे की पहचान के लिए ऑनलाइन पंजीकरण और परीक्षा के दिन ली गई तस्वीरों का मिलान किया जाएगा. यह विधि परीक्षा में धोखाधड़ी को रोकने में मदद करेगी. यूपीएससी ने देशभर में अपने परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी/वीडियो निगरानी लागू करने का निर्णय लिया है. यह निर्णय परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों और तैनात अन्य कर्मियों की विभिन्न गतिविधियों पर नजर रखने के लिए लिया गया है. यह निगरानी रिकॉर्डिंग और लाइव प्रसारण प्रणालियों के साथ की जाएगी.
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