ऋषि अन्न के लाभ: भारत में हाल ही में रॉयल हुई जी 20 (जी 20)की समित में कलाकारों से आए हजारों लोगों ने भारत की तरह के भोजन का बोझ उठाया। इसमें सबसे ज्यादा चर्चा मिलेट्स और ऋषि अन्न (Rishi anna) का विषय है। मोटे अनाज या साबुत अनाज स्वास्थ्य के लिए काफी महत्वपूर्ण है और ऋषि अन्न का भी यही हिस्सा है। जानें कि ऋषि अन्न क्या है और इससे स्वास्थ्य को क्या लाभ मिलते हैं।
क्या है ऋषि अन्न
ऋषि अन्न मिलेट यानी साबुत अनाज में शामिल होने वाले अन्न कोदो को कहा जाता है। बाजरा में कई तरह के अनाज पाए जाते हैं जैसे ज्वार, बाजरा, रागी आदि। ऋषि अन्न मिलेट में छोटा अन्न शामिल है जिसे उपजाने के लिए किसान को खेत में हल जोतने की मेहनत नहीं करनी चाहिए। मोटे अनाजों में कुटकी कांगनी और साँवा के साथ कोदो भी शामिल रहते हैं। बता दें कि पुराने समय में जब ऋषि मुनि खेती करते थे तो सबसे ज्यादा यही अन्न उगते थे क्योंकि हल जोतने की कोई जरूरत नहीं थी और ये आपकी सेहत के लिए बहुत ज्यादा चमत्कारी भी होता था। ऋषि अन्न के पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें सारा चारा होता है। इसमें कैल्शियम के अलावा प्रोटीन और आयरन के साथ कई तरह के विटामिन भी शामिल होते हैं और इसमें शरीर में कई तरह की बीमारियां नहीं होती हैं।
ऋषि अन्न के स्वास्थ्य से जुड़े फायदे क्या हैं?
ऋषि अन्न कोदो स्वास्थ्य के लिए काफी चमत्कारी है। इसमें प्रोटीन शामिल होता है जिससे शरीर विकसित होता है। पाया जाने वाला स्टेरॉयड पेट को मापता है औऱ मेटाबॉलिज्म तेज करता है। इसमें शामिल करने पर वजन भी नियंत्रित में रहता है। सफेद चावल की तुलना में कोडो में 12 गुना अधिक मात्रा में कैल्शियम मौजूद होता है जो कि काफी खतरनाक होता है। कोडो में शामिल आयरन शरीर में खून की कमी को पूरा करता है। आप कोडो में एक मल्टीग्रेन अनाज की तरह की सामग्री शामिल कर सकते हैं। कोदो यानी ऋषि अन्न संपूर्ण प्रकार के ग्लूटेन मुक्त होता है और बाकी ये स्वास्थ्यवर्धक वरदान कहा जाता है।
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