दुनिया में अनेक लोग अपने घर में मछलियां एक्वेरियम रखते हैं और पालतू जीवों की तरह पालतू होते हैं। क्या आप जानते हैं कि एक्वेरियम में रहने वाली इन कीटों को विशेष देखभाल और रखरखाव की आवश्यकता होती है? अगर नहीं तो आइए आपको बताते हैं कि फिश एक्वेरियम का ख्याल कैसे रखना चाहिए? यदि आप इसका रखरखाव आदि नहीं करते हैं तो क्या नुकसान उठाना पड़ सकता है?
टैंक के साइज का हमेशा ध्यान रखें
अगर आपको मछलियाँ बनाना पसंद है तो इस बात का खास ध्यान रखें कि अगर लंबे समय तक रखना है तो उन्हें कभी भी छोटे से जारी न रखें। बड़े टैंक में न सिर्फ मुस्कुराते हुए उचित स्थान मिलता है, बल्कि उसे मेंटेन करना भी काफी आसान होता है। ऐसे में जब भी आप एक्वेरियम खरीदें तो मछली के सबसे बड़े आकार का ख्याल रखें।
एक हफ्ते बिना मछलियाँ डाले डौन टैंक
जब भी आप नया फिश टैंक खरीदेंगे तो उसे करीब सात दिन तक बिना मछलियां डाले चलाएंगे। उत्साहित, नाइट्रोजन चक्र से टैंक में सूक्ष्मजीवों के लिए जरूरी अच्छी तरह से प्रशस्त होंगे। इससे चट्टानों को चिकना बनाने और लम्बे समय तक जीवित रखने में मदद मिलेगी।
पानी की उपलब्धता का ख्याल रखें
मछली टैंक या एक्वेरियम के पानी का पीएच, अमोनिया, नाइट्रेट और खारापन आदि समय-समय पर चेक करते रहें। उत्साहित, एक्वेरियम में सूक्ष्म जीवों के लिए गतिशील पर्यावरण मेंटेन करना बेहद जरूरी होता है। मछली को एक्वेरियम में पानी साफ रखने के लिए हर सप्ताह करीब 20 से 30 प्रतिशत पानी बदलना चाहिए।
उचित शोधन प्रणाली भी जरूरी
जब भी आप एक्वेरियम रखने की योजना बनाते हैं, तब मछली टैंक के आकार और मछली के प्रकार के मिसलिग्न्मेंट से उसे चुनें। फ़िल्टर सही तरीके से काम करे, इसके लिए नियमित रूप से उसकी साफ-सफाई और रखरखाव बेहद जरूरी होता है।
टेम्परेचर और लाइट का भी ध्यान रखें
गौर करने वाली बात यह है कि काफी मछलियाँ निश्चित तापमान पर ही जीवित रहती हैं। ऐसे में पानी का तापमान ठीक रखने के लिए ब्लोअर या ईंट का उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए आपको अच्छी गैस का एक तापमान लेना होगा, जिससे पानी का तापमान जांचा जा सके। साथ ही, यह बात भी याद रखनी होगी कि मुस्कान को रोजाना 8-12 घंटे रोशनी की जरूरत होती है।
कृपया रिसर्च अवश्य करें
जब भी आप मछलियों के प्रजनन की योजना बनाएं, तो उन्हें खरीदने से पहले चट्टानों के जीवों पर शोध अवश्य करें। यदि आप एक से अधिक मछलियाँ पालने की योजना बना रहे हैं, तो उनके आकार, तापमान और अन्य आवश्यक चीजों को लेकर टैंक आदि तैयार कर लें।
यह भी पढ़ें: स्टील-एल्युमिनियम को छोड़ दें और इन बर्तनों के साथ, आपका किचन पूरी तरह से इको फ्रेंडली हो जाएगा