देवीलाल जयंती रैली: पूर्व उपप्रधानमंत्री देवीलाल की 110वीं जयंती के मौके पर सोमवार (25 सितंबर) को विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A. के कई नेताओं ने इंडियन नेशनल लोक दल (आईएनएलडी) की रैली में हिस्सा लिया. हरियाणा के कैथल में हुई इस रैली में बीजेपी के खिलाफ संयुक्त विपक्ष की लड़ाई का आह्वान किया गया.
आईएनएलडी की ओर से आयोजित रैली में नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के नेता फारूक अब्दुल्ला और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने भाग लिया. आईएनएलडी नेता अभय चौटाला ने रैली के लिए मल्लिकार्जुन खरगे को भी आमंत्रित किया था, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष ने इसे नजरअंदाज कर दिया.
रैली में शामिल हुए कई नेता
रैली में शामिल होने वाले अन्य नेताओं में टीएमसी के डेरेक ओ ब्रायन, जेडीयू नेता केसी त्यागी, भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद, पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह और राष्ट्रीय लोक दल के एस सिद्दीकी शामिल थे. शिअद नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा और बलविंदर सिंह भूंदड़ भी रैली का हिस्सा थे.
चौधरी देवीलाल की जयंती पर हुई ये रैली आईएनएलडी के लिए शक्ति प्रदर्शन की तरह थी, जो 2005 से ही हरियाणा में सत्ता से बाहर है. रैली में शामिल हुए फारुक अब्दुल्लाह ने 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए सभी पार्टियों से अपने मतभेद छोड़कर एकजुट होने को कहा.
साथ लड़े, तभी जीतेंगे- फारुक अबदुल्लाह
नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख ने कहा कि हम तभी जीत सकते हैं, जब हम साथ लड़ेंगे. मैं सभी नेताओं से अपने मतभेद भूलने और आगे बढ़ने की मांग करता हूं. अगर हमें देश को आगे ले जाना है तो हमें एकसाथ बीजेपी को हराना होगा.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम ने कहा कि भारत एक खराब दौर से गुजर रहा है. हर धर्म सही है. यहां हिंदू को न मुस्लिम से खतरा है और न मुस्लिम को हिंदू से. खतरा उन लोगों से है, जो नफरत फैलाकर हमेंल अलग करना चाह रहे हैं.
ओपी चौटाला और INLD के साथ आना होगा- केसी त्यागी
जेडीयू नेता केसी त्यागी ने सभी पार्टियों से हरियाणा में आईएनएलडी के साथ इकट्ठा होने की बात कही. उन्होंने कहा, ‘हरियाणा में अगर कोई लड़ाई जीतनी है तो हमें ओम प्रकाश चौटाला और आईएनएलडी के इर्द-गिर्द एकजुट होना होगा. हम हरियाणा में बीजेपी से 10 (लोकसभा) सीटें हारने के लिए तैयार हैं, लेकिन सीटें साझा करने के लिए तैयार नहीं हैं. ये क्या तर्क है?’
गौरतलब है कि इनेलो फिलहाल विपक्षी गठबंधन इंडिया का हिस्सा नहीं है. त्यागी ने कहा, ‘जब तक सभी लोग इकट्ठा नहीं होंगे, बीजेपी सरकार को हराना आसान नहीं होगा और यह एकता इनेलो के बिना हासिल नहीं की जा सकती.’ उन्होंने इनेलो विधायक अभय चौटाला की कड़ी मेहनत और लोगों के मुद्दे उठाने के लिए उनकी सराहना भी की.
अपना अहंकार, अपने पास रखें- टीएमसी सांसद
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने भी केंद्र की सत्ता से बीजेपी को हटाने के लिए सबके हाथ मिलाने और मिलकर लड़ने का आह्वान किया. उन्होंने कहा, ‘अगर किसी पार्टी में कोई अहंकार है तो मैं उन्हें सुलाह देना चाहता हूं कि वे इसे अपने पास ही रखें. हम एक होकर लड़ेंगे.’
टीएमसी नेता ने कहा, ‘2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन को जिताने और पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी को हटाने के लिए सभी विपक्षी दलों को एक साथ लड़ना चाहिए.’ उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘पीएम मोदी अपने वादे पूरे नहीं करते हैं और महिला आरक्षण बिल एक और ‘जुमला’ है.’ ब्रायन ने पूर्व डिप्टी पीएम देवीलाल को याद किया और कहा कि वह एक लोकप्रिय नेता थे, जिन्होंने किसानों समेत लोगों के कल्याण के लिए काम किया.
न करें नई पार्टियों पर भरोसा- शिअद प्रमुख
इस मौके पर शिअद प्रमुख बादल ने सभी क्षेत्रीय पार्टियों (क्षत्रपों) से देश में अगली सरकार बनाने के लिए एक मंच पर एकजुट होने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय दल अपने क्षेत्रों के लिए अधिकतम प्रयास कर सकते हैं. बादल ने कहा, “हमने उन सभी राज्यों में तेजी से प्रगति देखी है, जहां क्षेत्रीय पार्टियां राजनीति में प्रमुख भूमिका निभाती हैं, जैसे शिअद, आईएनएलडी और नेशनल कॉन्फ्रेंस.”
उन्होंने लोगों से आम आदमी पार्टी (AAP) जैसी कुछ नई पार्टियों पर विश्वास न करने का भी आग्रह किया. बादल ने कहा, “उन्होंने पंजाब को बर्बाद कर दिया है और राज्य को कर्ज के जाल में डाल दिया है. आज कुछ दल वोटों के ध्रुवीकरण के लिए सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. देखिए मणिपुर और नूंह (हरियाणा) में क्या हुआ. भारत इस तरह प्रगति नहीं कर सकता.”
ये भी पढ़ें: