के प्रसिद्ध पत्रकार, प्रकाशक एवं संपादक Daily Hindi Milap दक्षिण में हिंदी का झंडा बुलंद करने वाले विनय वीर का शनिवार को निधन हो गया। वह 72 वर्ष के थे।
अपने संपादन और प्रबंधन शैली से हिंदी को समृद्ध करने वाले श्री विनय वीर ने हिंदी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। दक्षिण में जब भी हिन्दी की श्री वृद्धि की बात होगी तो श्री विनय वीर का नाम आदर से लिया जायेगा। स्वतंत्रता सेनानी युद्धवीर और सीता युद्धवीर के परिवार में जन्मे श्री विनय वीर सदैव सेनानी रहे। उनकी मां सीता युद्धवीर दो बार राज्यसभा सदस्य रहीं।
श्री विनय वीर ने बद्रुका कॉलेज में पढ़ाई की। वह अपने पिता स्वर्गीय युद्धवीर की स्मृति में बनाये गये युद्धवीर फाउंडेशन के सचिव भी थे। यह फाउंडेशन अपने क्षेत्र में सफलता का परचम लहराने वाले लोगों को पुरस्कृत करता रहा है।
श्री वीर का अंतिम संस्कार रविवार को सुबह 10 बजे महाप्रस्थानम, व्हिस्पर वैली, जुबली हिल्स में किया जाएगा।