27 सितंबर, 2023 को मणिपुर, इंफाल में अज्ञात बदमाशों द्वारा दो लापता छात्रों की “हत्या” के विरोध में और शांति की मांग को लेकर छात्रों के विरोध प्रदर्शन में सुरक्षाकर्मी खड़े हैं। फोटो साभार: पीटीआई
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के शीर्ष अधिकारियों ने 18 अक्टूबर को देश में उभरती कानून व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा की। मणिपुर में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा हैसीआरपीएफ ने कहा।
सीआरपीएफ ने बल की परिचालन तैयारियों की समीक्षा के लिए अपना वार्षिक सम्मेलन आयोजित किया। मणिपुर में भीड़ नियंत्रण के लिए तैनात रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के आधुनिकीकरण की आवश्यकता पर विचार-विमर्श किया गया।
महानिदेशक सुजॉय लाल थाओसेन के नेतृत्व में सम्मेलन ने उन सभी थिएटरों में ऑपरेशन को कवर करने वाले मुद्दों की एक विस्तृत श्रृंखला पर गहन और उपयोगी विचार-विमर्श के लिए फील्ड कमांडरों को एक मंच प्रदान किया, जहां सीआरपीएफ तैनात है।
श्री थाओसेन ने इस बात पर जोर दिया कि 21वीं सदी की सुरक्षा चुनौतियों के लिए अधिक केंद्रित दृष्टिकोण, नए कौशल और रणनीति के संयोजन और प्रौद्योगिकी के उन्नयन की आवश्यकता है।
डीजी ने फील्ड कमांडरों से पांच राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों के शांतिपूर्ण संचालन को सुनिश्चित करने के लिए परिश्रमपूर्वक काम करने को कहा।
माओवादियों द्वारा अपनाई जा रही बदलती रणनीति के आलोक में नए और घातक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) से उत्पन्न चुनौती पर भी चर्चा की गई। बेहतर पहचान क्षमताओं की आवश्यकता पर बल दिया गया।