News – Trending News Today India https://news.softspace.in Sun, 05 May 2024 17:52:35 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.5.2 https://i0.wp.com/news.softspace.in/wp-content/uploads/2023/08/cropped-cropped-news-high-resolution-logo-color-on-transparent-background.png?fit=32%2C32&ssl=1 News – Trending News Today India https://news.softspace.in 32 32 223874503 कहीं हीटवेव तो कहीं ओले गिरने का है अलर्ट… जानिए आपके शहर में कैसा रहने वाला है मौसम https://news.softspace.in/there-is-heat-wave-at-some-places-and-hailstorm-at-some-places-know-how-the-weather-is-going-to-be-in-your-city/ https://news.softspace.in/there-is-heat-wave-at-some-places-and-hailstorm-at-some-places-know-how-the-weather-is-going-to-be-in-your-city/#respond Sun, 05 May 2024 14:15:35 +0000 https://news.softspace.in/%e0%a4%95%e0%a4%b9%e0%a5%80%e0%a4%82-%e0%a4%b9%e0%a5%80%e0%a4%9f%e0%a4%b5%e0%a5%87%e0%a4%b5-%e0%a4%a4%e0%a5%8b-%e0%a4%95%e0%a4%b9%e0%a5%80%e0%a4%82-%e0%a4%93%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%97%e0%a4%bf/

Weather Prediction: देश में इन दिनों भीषण गर्मी पढ़ रही है. गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. कुछ दिन पहले तक मौसम का हाल सामान्य था. लेकिन पिछले 3-4 दिनों से तापमान चढ़ता ही जा रहा है. लेकिन मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों में लोगों को राहत मिलती दिख रही है.  

मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक अगले कुछ दिनों में देश के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हो सकती है. तो वहीं कुछ राज्यों में हीट बेव चलने का अनुमान जताया गया है. चलिए जानते हैं आपके शहर में क्या रहने वाला है मौसम का हाल. 

इन राज्यों में बारिश होने का अनुमान

मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार असम मेघालय मणिपुर नगालैंड त्रिपुरा और मिजोरम में अगले 5 दिनों तक हल्की बारिश की संभावना जताई है तो उसके साथ ही भारत के उत्तर पश्चिम राज्य जम्मू कश्मीर और लद्दाक में अगले दो दिनों में बारिश की संभावना है.

तो वहीं  उत्तराखंड में 5 मई से लेकर 8 मई तक बारिश का अनुमान है. हिमाचल प्रदेश में आंधी तूफान के साथ बारिश की संभावना है. इसके अलावा उत्तर प्रदेश में हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़, पंजाब और राजस्थान के कुछ क्षेत्रों में अगले हफ्ते तक बारिश की संभावना जताई है. जिससे लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिलती दिख रही है. 

इन इलाकों में हीट वेव ने किया बुरा हाल

भारत के दक्षिण के राज्य तमिलनाडु, तेलंगाना, रायलसीमा, कर्नाटक और उड़ीसा समेत.  उत्तर पूर्व में में बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे क्षेत्रों में हीट वेव की जबरदस्त स्थिति देखने को मिल रही है. रायलसीमा में तापमान रिकार्ड 46 स्तर पर दर्ज किया गया है. मौसम विभाग के अनुसार इन राज्यों में अगले चार-पांच दिनों में बारिश की संभावना है. 

यह भी पढ़ें:

आम के बिजनेस में मुनाफा ही मुनाफा, कुछ ही महीने में लखपति बन सकते हैं किसान

फसल खराब होने पर किन किसानों को मिलता है मुआवजा, जान लें अपने काम की ये बात



Source link

]]>
https://news.softspace.in/there-is-heat-wave-at-some-places-and-hailstorm-at-some-places-know-how-the-weather-is-going-to-be-in-your-city/feed/ 0 86805
प्याज पर लगा बैन हटा…सरकार के इस फैसले से क्या फिर महंगे हो जाएंगे प्याज के दाम https://news.softspace.in/with-this-decision-of-the-government-lifting-the-ban-on-onion-will-onion-prices-become-expensive-again/ https://news.softspace.in/with-this-decision-of-the-government-lifting-the-ban-on-onion-will-onion-prices-become-expensive-again/#respond Sun, 05 May 2024 14:12:18 +0000 https://news.softspace.in/%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%9c-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%b2%e0%a4%97%e0%a4%be-%e0%a4%ac%e0%a5%88%e0%a4%a8-%e0%a4%b9%e0%a4%9f%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0/

Onion Price: प्याज के बिन भारत में बनी कोई भी डिश फीकी ही होती है. प्याज खाने में इस्तेमाल होने वाली चीजों में सबसे जरूरी चीज होती है. इससे किसी भी सब्जी का किसी भी पकवान का स्वाद और बढ़ जाता है. लेकिन पिछला कुछ समय प्याज  के बाजार को लेकर काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है. 

भारत सरकार ने पिछले साल 8 दिसंबर को प्याज के एक्सपोर्ट पर बैन लगा दिया था. प्याज पर लगे बैन को अब हटा लिया गया है. अब ऐसे में लोगों को ख़दशा यही सता रहा है कि कहीं प्याज के दाम दोबारा से आसमान न छू जाएं. चलिए जानते हैं क्या वाकई बढ़ सकते हैं प्याज के दाम. 

किसलिए हटाया गया बैन?

भारत में प्याज की बढ़ती कीमतों को देखकर भारतीय सरकार ने पिछले साल दिसंबर के महीने में 8 तारीख को प्याज के निर्यात पर पूरी तरह से बैन लगा दिया था. दिसंबर में लगाया बहन मार्च तक के लिए था. लेकिन हालात को देखते हुए इसे आगे थोड़ा और आगे बढ़ा दिया गया था. अब सरकार ने बीते कल यानी 4 मई को प्याज के निर्यात पर लगे बैन को लिफ्ट कर दिया है. 

भारत में रबी की अच्छी फसल होने के चलते और अच्छे मानसून के अनुमान के चलते खरीफ में अच्छी पैदावार होगी. इस संभावना को देखते हुए सरकार ने निर्यात पर लगे बैन को हटाने का फैसला किया है.  सरकार ने निर्यात के लिए न्यूनतम कीमत 550 डॉलर प्रति टन तय यानी लगभग 45,800 रुपये तय की है. 

फिर बढ़ जाएंगी प्याज की कीमतें ?

प्याज पर लगे बैन के हटने के बाद आम जनता फिर इसी सोच में पड़ गई है कि कहीं दोबारा से प्याज के भावों में उछाल न आ जाए. लेकिन अभी फिलहाल इस बात की आशंका नहीं जताई जा रही है. भारत में उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय की सचिव निधि खरे ने इस बारे में बात करते हुए जानकारी दी है. 

उन्होंने इस बारे में कहा “निर्यात होने के बावजूद प्याज की घरेलू कीमतों पर कोई खास असर नहीं होगा. अगर कीमतें बढ़ेंगी भी तो वह खास नहीं बढ़ेंगी. सरकार के विभाग भी पूरी स्थिति पर नजर बना कर रखेंगे. सरकार किसानों के साथ ही उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करने के लिए भी प्रतिबद्ध है.”

इसके साथ ही उन्होंने इस बात की जानकारी दी कि रबी फसल में प्याज की पैदावार  191 लाख टन होने का अनुमान है. जो देश में खपत होने वाली मात्रा के लिए काफी है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि सरकार प्याज के बफर स्टॉक को भी बढ़ा रही है. 

यह भी पढ़ें: क्या है इस बार की गेहूं की पैदावार का हाल, किस दाम पर हो रही खरीद?

 

 

 



Source link

]]>
https://news.softspace.in/with-this-decision-of-the-government-lifting-the-ban-on-onion-will-onion-prices-become-expensive-again/feed/ 0 86827
क्या है इस बार की गेहूं की पैदावार का हाल, किस दाम पर हो रही खरीद? https://news.softspace.in/what-is-the-condition-of-wheat-production-this-time-and-at-what-price-is-it-being-purchased/ https://news.softspace.in/what-is-the-condition-of-wheat-production-this-time-and-at-what-price-is-it-being-purchased/#respond Sun, 05 May 2024 10:39:47 +0000 https://news.softspace.in/%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a5%88-%e0%a4%87%e0%a4%b8-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%97%e0%a5%87%e0%a4%b9%e0%a5%82%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%aa/

Wheat Procurement: भारत में बड़े पैमाने पर गेहूं की खेती की जाती है. गेहूं की खेती के मामले में दुनिया में भारत चौथे स्थान पर आता है. पहले स्थान पर रूस तो वहीं दूसरे स्थान पर अमेरिका और तीसरा स्थान चीन का है. भारत में उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा गेहूं की खेती की जाती है.  

उत्तर प्रदेश में कुल खेती में से 32.42 फीसदी गेहूं की खेती की जाती है. इस साल देखा जाए तो गेहूं की सरकारी खरीद पिछले साल के मुकाबले कम हुई है. चलिए जानते हैं पिछले साल से लेकर इस साल गेहूं की खरीद में कितना रहा है फासला. फिलहाल किसी कीमत पर खरीदा जा रहा है गेहूं. 

पिछले साल से इस साल 11% कम हुई है खरीद

भारत सरकार ने 2024-25 के मार्केटिंग ईयर में 196 लाख टन से ज्यादा गेहूं की खरीद है. लेकिन इस साल की अबतक की खरीद की तुलना अगर पिछले साल की खरीद से करें तो 11% कम है. पिछले साल इस दौरान सरकार ने  219.5 लाख टन से ज्यादा की खरीद की थी. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अनिसार सरकार की योजनाओं के तहत सालाना 186 लाख टन गेंहू की आवश्यकता होती है. 

लेकिन आवश्यकता से ज्यादा 196 लाख टन गेंहू खरीदा जा चुका है. सरकार की ओर से खाद्य सामग्री की खरीद कर देखरेख करने वाली संस्था भारतीय खाद्य निगम यानी एफसीआई ने बताया कि अब गेहूं के बफर स्टॉक को 2024-25  के सीजन में बढ़ाकर 310-320 लाख टन खरीद का लक्ष्य पूरा करना है. 

एफसीआई के अध्यक्ष ने अब तक हुई कम खरीदी को लेकर बताया कि गेहूं के उत्पादन मामले में भारत के दो प्रमुख राज्य मध्य प्रदेश और पंजाब में गेहूं की खरीद कम हुई है. लेकिन अब पंजाब और हरियाणा में गेहूं सही मात्रा में आवक हो रही है. अगले कुछ समय में अपने लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा.  

किस भाव में खरीदा जा रहा है? 

सरकार ने 2024-25 के फाइनेंशियल ईयर में गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी 2,275 रुपये प्रति क्विंटल तय की है. पिछले साल की तुलना में इस साल या डेढ़ सौ रुपये ज्यादा है. लेकिन सरकारी भाव के अलावा बाहर बाजार में फिलहाल गेहूं का भाव 2,385.64 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है. इसलिए किसान सरकारी गोदाम में गेहूं बेचने के बजाय खुले मार्केट में गेहूं बेचना पसंद कर रहे हैं. इसी के चलते सरकार की खरीद भी प्रभावित हो रही है. 

यह भी पढ़ें: आम के बिजनेस में मुनाफा ही मुनाफा, कुछ ही महीने में लखपति बन सकते हैं किसान

 



Source link

]]>
https://news.softspace.in/what-is-the-condition-of-wheat-production-this-time-and-at-what-price-is-it-being-purchased/feed/ 0 86757
नागपुर का ऑरेंज आखिर इतना फेमस क्यों? जान लें कारण https://news.softspace.in/know-the-reason-why-orange-of-nagpur-is-so-famous/ https://news.softspace.in/know-the-reason-why-orange-of-nagpur-is-so-famous/#respond Sat, 04 May 2024 13:38:10 +0000 https://news.softspace.in/%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%97%e0%a4%aa%e0%a5%81%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%91%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%9c-%e0%a4%86%e0%a4%96%e0%a4%bf%e0%a4%b0-%e0%a4%87%e0%a4%a4%e0%a4%a8%e0%a4%be/

Why Nagpur Oranges Are So Famous: दुनिया में कई ऐसे शहर है. जिन्हें उनकी खासियत के चलते उपनाम दिया गया है. भारत के भी ऐसे कई शहर हैं. जैसे जयपुर को पिंक सिटी कहा जाता है कोलकाता को सिटी आफ जॉय कहा जाता है. इस तरह नागपुर को ‘सिटी आफ ऑरेंज’ और ऑरेंज सिटी कहा जाता है. आखिर नागपुर के संतरे में ऐसी क्या खास बात है. जो यह पूरी दुनिया में इतना फेमस है. चलिए जानते हैं नागपुर के संतरे की क्या है खासियत. 

नागपुर के संतरे के क्यों है इतने खास?

वैसे तो संतरों को अपने आप में ही बेहद शानदार फल माना जाता है. इसका टेस्ट लोगों को खूब पसंद आता है. नागपुर के संतरे अपने आप में अलग ही किस्म के होते हैं. इन संतरों में बाकी अन्य संतरो से ज्यादा मिठास होती है. इनके अंदर ज्यादा रस होता है और यह ज्यादा गूदेदार होते हैं. नागपुर के संतरों की डिमांड भारत में ही नहीं बल्कि भारत के बाहर भी काफी होती है. 

नागपुर में खास तरह के संतरे उगाए जाते हैं. उनकी सबसे बढ़िया किस्म होती है मैंडरिन किस्म. यह संतरे पर्याप्त मात्रा में खट्टे और मीठे होते हैं. इनका छिलका भी बड़ा ही मुलायम होता है इन्हें आसानी से छील लिया जाता है.  नागपुर के मैंडरिन संतरे भारत में मिलने वाली बाकी सभी किस्मों के संतरों से ज्यादा लोकप्रिय संतरे हैं. इनकी बहुत डिमांड रहती है. 

नागुर संतरे को मिल चुका है जीआई टैग

मैंडरिन किस्म में ही अलग प्रकार के संतरे होते हैं. जो विदर्भ क्षेत्र की सतपुड़ा पहाड़ियों में उगते हैं.  इन संतरों को नागपुर संतरे कहा जाता है. साल 2014 में नागपुर संतरे को जीआई टैग दिया गया था. उत्पादों के गुण या प्रतिष्ठा उस खास जगह से जुड़ी हो तब जीआई टैग दिया जाता है. सरल शब्दों में कहें तो नागपुर में जैसे संतरे होते हैं वैसे भारत में कहीं और नहीं हो सकते. 

यह भी पढ़ें: आम के बिजनेस में मुनाफा ही मुनाफा, कुछ ही महीने में लखपति बन सकते हैं किसान



Source link

]]>
https://news.softspace.in/know-the-reason-why-orange-of-nagpur-is-so-famous/feed/ 0 86528
एक ही खेत में करें इन फसलों की खेती होगा बंपर मुनाफा, यहां है आसान तरीका https://news.softspace.in/cultivate-these-crops-in-the-same-field-you-will-get-bumper-profits/ https://news.softspace.in/cultivate-these-crops-in-the-same-field-you-will-get-bumper-profits/#respond Sat, 04 May 2024 13:19:25 +0000 https://news.softspace.in/%e0%a4%8f%e0%a4%95-%e0%a4%b9%e0%a5%80-%e0%a4%96%e0%a5%87%e0%a4%a4-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%87%e0%a4%a8-%e0%a4%ab%e0%a4%b8%e0%a4%b2%e0%a5%8b%e0%a4%82/

Intercropping:  एक समय था जब किसानों परंपरागत खेती ही किया करते थे. लेकिन अब किसानों का ध्यान गैर पारंपरिक खेती की ओर भी काफी बढ़ा है. अन्य तरह की फसलों की और भी काफी रुझान दिख रहे हैं. अब किसान खेतों में एक फसल नहीं बल्कि एक साथ दो फसलें और अन्य फसलें उगा रहे हैं. इससे भी किसानों को काफी फायदा हो रहा है. 

एक साथ दो फसलों को उगाने को इंटरक्रॉपिंग कहा जाता है. और आजकल भारत में इंटरक्रॉपिंग अच्छे पैमाने पर की जा रही है. यह समय गन्ने की बुआई का है. और गन्ने की बुआई के साथ दूसरी फसल की भी बुआई की जा सकती है. चलिए जानते हैं गन्ने के साथ किसकी बुवाई करने से मिलेगा बंपर लाभ. 

गन्ने के साथ करें सरसों की बुआई

अप्रैल-मई गन्ने की फसल बुवाई का समय होता है. इस दौरान ग्रीष्मकालीन गन्ने की बुआई की जाती है. लेकिन ग्रीष्मकालीन गन्ने के साथ सरसों की खेती नहीं की जाती. इसके लिए शरद कालीन बुआई का इंतजार करना पड़ता है. शरद कालीन गन्ने की बुआई अक्टूबर के महीने से शुरू की जा सकती है. 

गन्ने के साथ सरसों की फसल उगाने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना होता है. बुआई के दौरान प्रति हेक्टेयर 75 किलोग्राम नाइट्रोजन, 110 किलोग्राम फॉस्फोरस, 50 किलोग्राम पोटैशियम, 30 किलोग्राम ग्रेन्यूलर सल्फर और 8 किलोग्राम फेरस सल्फेट का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है.

सरसों से भी होगा डबल फायदा

शरद ऋतु में गन्ने की खेती करते समय, प्रत्येक लाइन के बीच 3 से 4 फुट की दूरी बनाए रखनी चाहिए. इन लाइनों के बीच जो खाली स्थान बचा होता है. उसमें सरसों की बुआई की जाती है. इस इंटरक्राॅपिंग पद्धति को अपनाकर किसान एक हेक्टेयर में 1400 क्विंटल से लेकर 1800 क्विंटल तक गन्ना और 15 क्विंटल से 20 क्विंटल तक सरसों की उपज हासिल कर सकते हैं. जिससे उनकी कमाई में शानदार तेजी देखने को मिल सकती है. 

शरदकालीन गन्ना होता है अच्छा

ग्रीष्मकालीन बुआई फरवरी से मार्च तक की जाती है. तो बसंत कालीन बुआई अप्रेल से मई तक की जाती है. वहीं शरदकालीन बुआई अक्टूबर -नवम्बर में की जाती है. बुवाई के बाद गन्ने की फसल तैयार होने में 10-14 महीनों का समय लेती है. 

बता दें कि बसंत कालीन और ग्रीष्मकालीन समय के दौरान की गई गन्ने की फसल की बुआई शरदकालीन बुआई से कम पैदावार देती है. शरदकालीन गन्ने की पैदावार बसंत कालीन से 25-30 प्रतिशत तो वहीं ग्रीष्मकालीन गन्ने से 30-40 प्रतिशत ज्यादा होती है. 

यह भी पढ़ें: तरबूज की खेती में हर साल कितना कमा लेते हैं किसान?

 

 



Source link

]]>
https://news.softspace.in/cultivate-these-crops-in-the-same-field-you-will-get-bumper-profits/feed/ 0 86554
तरबूज की खेती में हर साल कितना कमा लेते हैं किसान? https://news.softspace.in/how-much-do-farmers-earn-every-year-from-watermelon-farming/ https://news.softspace.in/how-much-do-farmers-earn-every-year-from-watermelon-farming/#respond Sat, 04 May 2024 02:38:35 +0000 https://news.softspace.in/%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a4%ac%e0%a5%82%e0%a4%9c-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%96%e0%a5%87%e0%a4%a4%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b9%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a4%bf/

तरबूज की खेती में हर साल कितना कमा लेते हैं किसान?



Source link

]]>
https://news.softspace.in/how-much-do-farmers-earn-every-year-from-watermelon-farming/feed/ 0 86407
आम के बिजनेस में मुनाफा ही मुनाफा, कुछ ही महीने में लखपति बन सकते हैं किसान https://news.softspace.in/profit-is-the-only-profit-in-mango-business-farmers-can-become-millionaires-in-a-few-months/ https://news.softspace.in/profit-is-the-only-profit-in-mango-business-farmers-can-become-millionaires-in-a-few-months/#respond Fri, 03 May 2024 16:32:40 +0000 https://news.softspace.in/%e0%a4%86%e0%a4%ae-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a4%bf%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a5%87%e0%a4%b8-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%ab%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a5%80/

आम के बिजनेस में मुनाफा ही मुनाफा, कुछ ही महीने में लखपति बन सकते हैं किसान



Source link

]]>
https://news.softspace.in/profit-is-the-only-profit-in-mango-business-farmers-can-become-millionaires-in-a-few-months/feed/ 0 86313
फसल खराब होने पर किन किसानों को मिलता है मुआवजा, जान लें अपने काम की ये बात https://news.softspace.in/which-farmers-get-compensation-in-case-of-crop-failure-know-this-for-your-benefit/ https://news.softspace.in/which-farmers-get-compensation-in-case-of-crop-failure-know-this-for-your-benefit/#respond Fri, 03 May 2024 15:58:04 +0000 https://news.softspace.in/%e0%a4%ab%e0%a4%b8%e0%a4%b2-%e0%a4%96%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%ac-%e0%a4%b9%e0%a5%8b%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%a8/

दिल्ली एक्साइज पॉलिसी मामले में एक और गिरफ्तारी, ED ने गोवा से पकड़ा वकील, AAP को करोड़ों रुपए देने का आरोप



Source link

]]>
https://news.softspace.in/which-farmers-get-compensation-in-case-of-crop-failure-know-this-for-your-benefit/feed/ 0 86336
मछली पालन करने वाले रखें इन बातों का खास ध्यान, नहीं तो गर्मियों में हो जाएगा भारी नुकसान https://news.softspace.in/fish-farmers-should-pay-special-attention-to-these-things-otherwise-there-will-be-huge-losses-in-summer/ https://news.softspace.in/fish-farmers-should-pay-special-attention-to-these-things-otherwise-there-will-be-huge-losses-in-summer/#respond Tue, 30 Apr 2024 01:36:52 +0000 https://news.softspace.in/%e0%a4%ae%e0%a4%9b%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%b0%e0%a4%96%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%87/

Fish Farming Tips: गर्मियों के सीजन ने दस्तक दे दी है. इस सीजन मछली पालन करने वालों किसानों को खास ध्यान रखना होता है. गर्मियों के मौसम में किसान जिस तालाब में मछलियों का पालन करते हैं. उसका पानी गर्म हो जाता है. और धीरे-धीरे तालाब सूखने भी लगता है. 

इसलिए गर्मी के मौसम में मछली के पालन में किसानों को नुकसान न हो इसके लिए उन्हें कुछ बातों का खास ध्यान रखना होगा. इससे मछली पालन के व्यवसाय पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा. चलिए जानते हैं. किसानों को किन बातों का रखना होगा ध्यान. 

तालाब का पानी बदलते रहें

मछली पालन कर रहे हैं किसानों के लिए गर्मी के मौसम में मछलियों पर प्रभाव न पड़े इसलिए तालाब का पानी बदलते रहने चाहिए. इसके साथ ही किसानों को तालाब में पानी का लेवल पांच फुट से लेकर साढ़े पांच फुट तक रखना चाहिए. 

इसके साथ ही किसानों को पानी में ऑक्सीजन का लेवल मेंटेन करने के लिए उसमें चूना मिला देना चाहिए. तापमान बढ़ने से पानी गर्म होता है और उसमें ऑक्सीजन की मात्रा कम होने लगती है. ऐसे में चूना ऑक्सीजन के लेवल को मेंटेन करके रखता है. 

मछलियों को एक से दूसरे तालाब में शिफ्ट करना बेहतर

गर्मियों का मौसम में मछलियों को कई सारी बीमारी भी हो जाती है. इससे बचने के लिए किसान तालाब के पानी में पोटेशियम परमैग्नेट का छिड़काव कर सकते हैं. इससे मछलियों की बीमारी दूर रहती है और साथ तालाब में ऑक्सीजन की मात्रा भी सही रहती है.  गर्मी का मौसम में अगर तालाब में ज्यादा मछली हो गई है तो फिर किसानों को उन्हें एक ताला में नहीं देखना चाहिए. 

मछलियों के कुछ प्रतिशत को निकाल करके दूसरे तालाब में उन्हें शिफ्ट कर देना चाहिए. ताकि उन्हें कोई समस्या ना हो. गर्मी को मौसम में मछलियों के खाने के खास ध्यान रखना होता है. इस मौसम में उन्हें सूखा खाना नहीं देना चाहिए.

किसान इसके लिए कुछ ताजा पानी में थोड़ा सा मीठा घोलकर और उसमें विटामिन सी मिलाकर मछलियों को आहार के रूप में दे सकते हैं. मछली पालन कर रहे किसान अगर इन बातों को ध्यान रखेंगे तो उन्हें नुकसान नहीं होगा. 

यह भी पढ़ें: चीकू से एक बार में कमा सकते हैं 7 से 8 लाख रुपये, जानिए किन जगहों पर की जा सकती है इसकी खेती

 



Source link

]]>
https://news.softspace.in/fish-farmers-should-pay-special-attention-to-these-things-otherwise-there-will-be-huge-losses-in-summer/feed/ 0 85432
चीकू से एक बार में कमा सकते हैं 7 से 8 लाख रुपये, जानिए किन जगहों पर की जा सकती है इसकी खेती https://news.softspace.in/you-can-earn-rs-7-to-8-lakh-at-one-go-from-sapota-know-the-places-where-it-can-be-cultivated/ https://news.softspace.in/you-can-earn-rs-7-to-8-lakh-at-one-go-from-sapota-know-the-places-where-it-can-be-cultivated/#respond Mon, 29 Apr 2024 13:49:48 +0000 https://news.softspace.in/%e0%a4%9a%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a5%82-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%8f%e0%a4%95-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%ae%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a4%95%e0%a4%a4%e0%a5%87/

Chikoo Farming Tips:  भारत में किसान अब पारंपरिक खेती के अलावा गैर पारंपरिक खेती की ओर भी आकर्षित हो रहे हैं. इसमें अब कई फलों की खेती भी जा रही है. किसान इसकी खेती से अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. इसमें अब चीकू की फसल भी काफी की जा रही है. चीकू का पौधा एक बार लगाने के बाद कई साल तक उपज देता रहता है. चीकू फल की खेती हर तरह उपजाऊ मिट्टी में की जा सकती है.  इसकी खेती के लिए 5.8 से 8 पीएच वाली मिट्टी को सही माना जाता है. 

चीकू के लिए शुष्क जलवायु सही रहती है. चीकू के लिए गर्मी का मौसम सबसे सही होता है. ठंडे क्षेत्रों में इसकी फसल नहीं की जा सकती है. चीकू की खेती के लिए तापमान न्यूनतम 10 डिग्री सेल्सियस तो वहीं अधिकतम 40 सेल्सियस तक ठीक रहता है. भारत में चीकू की खेती के मामले में  महाराष्ट्र, तामिलनाडु, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, उत्तरप्रदेश, आंध्रा प्रदेश,  केरल और गुजरात जैसे राज्यों में ज्यादा की जाती है. 

कैसे करें चीकू की खेती? 

इसकी खेती करने के लिए आपको खेत में मौजूद पुरानी फसलों के वेस्ट को पूरी तरह खत्म करना होता है. इसके  बाद कल्टीवेटर  से अच्छी तरह दो दफा जुताई करनी होती है. फिर मिट्टी को भुरभुरा करने के लिए रोटावेटर से जुताई करनी होती है. इसके बाद खेत को समतल किया जाता है. जिससे इसमें पानी न भर सके. 

चीकू के पौधों को लगाने के लिए पहले खेत में गड्ढे बनाने होते हैं. जमीन में 2 फुट गहरा और 1 मीटर चौड़ा गड्ढा तैयार करने होते हैं. एक लाइन दूसरी लाइन से करीब 5 मीटर दूर रखनी होती है. इसके बाद गड्ढों  में मिट्टी में खाद मिलाकर भर दिया जाता है. 

इसके पौधे को ज्यादा पानी की जरूरत नहीं पड़ती. गर्मियों में इसे सप्ताह में एक बार पानी देना होता है. तो वहीं सर्दियों में दो सप्ताह में एक बार. फूल खिलने के बाद 6-7 महीनों में ही चीकू पकने लगते हैं. जब यह भूरे रंग के हो जाएं. तब इन्हें तोड़ा जा सकता है. 

एक बार में 7-8 लाख का मुनाफा

चीकू का एक पेड़ एक साल में 130 किलो ग्राम फल देता है. एक एकड़ में 300 से ज्यादा पेड़ लगाए जा सकते हैं. यानी कि पूरे एक एखड़ से लगभग 20 टन के करीब उपज हो सकती है. चीकू की कीमत बाजार में 40 से 50 रुपये प्रति किलो ग्राम होती है. यानी इसकी एक बार की उपज से किसान 7-8 लाख तक मुनाफा कमा सकते हैं. 

यह भी पढ़ें: केले की खेती में होता है दोगुना फायदा, बस इस बात का रखना होता है खास ध्यान

 



Source link

]]>
https://news.softspace.in/you-can-earn-rs-7-to-8-lakh-at-one-go-from-sapota-know-the-places-where-it-can-be-cultivated/feed/ 0 85293