पटना, 28 जून (आईएएनएस)। कथित नीट-यूजी पेपर लीक मामले की जांच कर रही बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने शनिवार को दावा किया कि उसने एनटीए द्वारा आयोजित परीक्षा के संदर्भ प्रश्नपत्र प्राप्त कर लिए हैं और पिछले महीने तलाशी अभियान के दौरान पटना के एक फ्लैट से बरामद दस्तावेजों से इनका मिलान करने की योजना बनाई है।
![बिहार पुलिस ने NEET परीक्षा के संदर्भ प्रश्नपत्र प्राप्त किए, जब्त दस्तावेजों से मिलान करने की योजना बिहार पुलिस ने NEET परीक्षा के संदर्भ प्रश्नपत्र प्राप्त किए, जब्त दस्तावेजों से मिलान करने की योजना](https://i0.wp.com/www.hindustantimes.com/ht-img/img/2024/04/16/550x309/Education_News_1713261190070_1713261190358.jpg?w=640&ssl=1)
राज्य पुलिस सूत्रों ने बताया कि ईओयू मामले में गिरफ्तार कुछ आरोपियों के “नार्को विश्लेषण और ब्रेन मैपिंग परीक्षण कराने की संभावना” पर भी विचार कर रहा है।
उन्होंने यह भी संकेत दिया कि प्रवर्तन निदेशालय मई में राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी द्वारा आयोजित मेडिकल प्रवेश परीक्षा – राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा या NEET में कथित अनियमितताओं के धन शोधन पहलू की जांच कर सकता है।
ईओयू के एक सूत्र ने बताया, “हमने पिछले महीने जांच शुरू करने के बाद एनटीए से संदर्भ प्रश्नपत्र मांगे थे। आखिरकार उन्होंने जरूरी काम किया। हम इन प्रश्नपत्रों का मिलान पिछले महीने पटना के एक फ्लैट से जब्त किए गए आंशिक रूप से जले हुए प्रश्नपत्रों से करेंगे। यह काम ऐसे दस्तावेजों की फोरेंसिक जांच से पहले किए जाने की संभावना है।”
उन्होंने कहा कि ईओयू के शीर्ष अधिकारी शनिवार को दिल्ली आएंगे और “केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और अन्य संबंधित शाखाओं के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चल रही जांच से संबंधित कुछ पहलुओं पर चर्चा करेंगे।”
आर्थिक अपराध इकाई के एक अन्य सूत्र ने बताया, “ईओयू की एफआईआर के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय धन शोधन निवारण अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामले की जांच कर सकता है। केंद्रीय एजेंसी से अपराध की आय की पहचान करने और आरोपियों या संदिग्धों की संपत्तियों को कुर्क करने की कार्यवाही शुरू करने की उम्मीद है।”
इस पर टिप्पणी करते हुए बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक अभयानंद ने पीटीआई से कहा, “इसमें कोई संदेह नहीं है कि नीट-यूजी 2024 परीक्षा में गंभीर अपराध किए गए हैं। प्रथम दृष्टया, ऐसा प्रतीत होता है कि पेपर लीक हुआ था…अब तक एकत्र किए गए साक्ष्य भी पेपर लीक होने का संकेत देते हैं। मामले की जांच पीएमएलए के प्रावधानों के तहत की जानी चाहिए क्योंकि इसमें काला धन शामिल है।”
ईओयू सूत्रों ने बताया कि यह भी पता चला है कि मामले में गिरफ्तार कुछ आरोपी “पूछताछ के दौरान विरोधाभासी बयान दे रहे हैं या अपने बयान बदल रहे हैं।”
ईओयू के एक सूत्र ने बताया, “जांचकर्ता कुछ आरोपियों के बयानों से संतुष्ट नहीं हैं। हालांकि उनसे कई बार पूछताछ की गई है, लेकिन उनके जवाब संतोषजनक नहीं हैं। अब अधिकारी ब्रेन मैपिंग और नार्को-एनालिसिस टेस्ट कराने पर विचार कर रहे हैं। ये वैज्ञानिक परीक्षण जांचकर्ताओं को कुछ नए सुराग दे सकते हैं।”
ईओयू ने पिछले महीने नीट-यूजी 2024 परीक्षा में कथित पेपर लीक की जांच के तहत 13 लोगों को गिरफ्तार किया था।
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