कभी लता मंगेशकर से होती थी अनुराधा पौडवाल की तुलना, फिर छोड़ दी फिल्म इंडस्ट्री

कभी लता मंगेशकर से होती थी अनुराधा पौडवाल की तुलना, फिर छोड़ दी फिल्म इंडस्ट्री


अनुराधा पौडवाल अज्ञात तथ्य: बस अब कुछ ही दिनों में लोकसभा चुनाव होने जा रहे हैं. वहीं हिंदी सिनेमा की मशहूर सिंगर अनुराधा पौडवाल भी अब सियासी पारी खेलने के लिए मैदान में उतर चुकी हैं. आज 16 मार्च को गायिका ने भारतीय जनता पार्टी में ज्वाइन किया है. पार्टी में शामिल होने के बाद अनुराधा ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि वह एक ऐसे पार्टी में गई हैं जिनका सनातन धर्म से गहरा रिश्ता है. बता दें कि गायिका ने आयोद्धा में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दौरान गाना भी गया था.

कभी लता मंगेशकर से होती थी अनुराधा पौडवाल की तुलना
बता दें कि अनुराधा पौडवाल ने हिंदी फिल्मों में कई सदाबहार गाने गाए हैं. 70- 80 के दशक में लगभग हर फिल्म में अनुराधा का गाना होता था. लता मंगेशकर और आशा भोसले के जमाने में अनुराधा ने अपनी एक अलग पहचान बनाई थी. वहीं एक दौरा जब अनुराधा की तुलना लता जी से होने लगी थी. सब सही चल रहा था कि एक दिन अचानक अनुराधा ने ऐलान कर दिया कि अब वह सिर्फ टी सीरीज कंपनी के साथ काम करेंगी. ऐसे में धीरे धीरे कर उनका करियर खत्म होता गया और फिर उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री से दूरी बना ली.

इस वजह से फिल्म इंडस्ट्री को किया अलविदा
वहीं इस बात का खुलासा सालों बाद सिंगर ने कपिल शर्मा के शो पर किया था. अनुराधा ने बताया था कि म्यूजिक फिल्मों की आत्मा होती है. पहले म्यूजिक ओरिएंटेड फिल्में बनती थीं. लेकिन अब ऐसा नहीं है. अब गानों के बोल और म्यूजिक पहले जैसे मीठे नहीं होते हैं. मुझे अब भक्ति गीतों में वैसा आनंद मिलता है.

गायिका के सुपरहिट गाने
बता दें कि आखिरी बार उन्होंने साल 2006 में आई फिल्म ‘जाने होगा क्या’ में गाने गाए थे. अनुराधा पौडवाल ने फिल्‍म ‘सड़क’, ‘आशिकी’, ‘लाल दुपट्टा मलमल का’, ‘बहार आने तक’, ‘आई मिलन की रात’, ‘दिल है कि मानता नहीं’, जैसी फिल्मों में अपनी आवाज का जादू बिखेरा है.

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