साप्ताहिक पंचांग 20 मई – 26 मई 2024: 20 मई 2024 वैशाख माह के शुक्ल पक्ष के सोम प्रदोष व्रत से मई के तीसरे सप्ताह की शुरुआत हो रही है लेकिन इसका समापन 26 मई 2024 को ज्येष्ठ माह की एकदंत संकष्टी चतुर्थी पर होगा। ये सप्ताह व्रत-त्योहारों से अनोखा है। इस दौरान बुद्ध पूर्णिमा (बुध पूर्णिमा), नन्हा जयंती (नरसिम्हा जयंती), कूर्म जयंती (कूर्म जयंती) मनाई जाएगी। इसी सप्ताह से ज्येष्ठ माह का आरंभ भी हो रहा है, जिसमें सूर्य देव की पूजा अचूक मानी जाती है।
इस सप्ताह में बुद्ध पूर्णिमा बहुत खास होगी। इस दिन लक्ष्मी-नारायण के साथ बुद्ध भगवान की पूजा करने से लोगों के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। मई के तीसरे सप्ताह में कोई ग्रह गोचर नहीं है। सूर्य, गुरु शुक्र और वृषभ में होंगे। शनि कुंभ राशि में कुंभ राशि होगी। आइए जानते हैं 7 दिन कौन से त्योहार, व्रत, ग्रह परिवर्तन, शुभ योग होंगे।
साप्ताहिक पंचांग 20 मई – 26 मई 2024, शुभ मुहूर्त, राहुकाल (साप्ताहिक पंचांग 20 मई – 26 मई 2024)
20 मई 2024 (पंचांग 20 मई 2024)
- व्रत उत्सव – सोम प्रदोष व्रत
- तिथि- द्वादशी
- पक्ष – शुक्ल
- वार – सोमवार
- नक्षत्र – चित्रा
- योग – सिद्धि
- राहुकाल – प्रातः 07:10 – प्रातः 08:53
21 मई 2024 (पंचांग 21 मई 2024)
- व्रत उत्सव – नरसिंह जयंती, छिन्नमस्ता जयंती
- तिथि – त्रयोदशी
- पक्ष – शुक्ल
- वार – मंगलवार
- नक्षत्र – चित्रा
- योग – व्यतिपात, रवि योग
- राहुकाल – दोपहर 3.43 – शाम 05.26
22 मई 2024 (पंचांग 22 मई 2024)
- तिथि – चतुर्थशी
- पक्ष – शुक्ल
- वार – रविवार
- नक्षत्र- स्वाति
- योग – दर्शन, रवि योग
- राहुकाल – दोपहर 12.18 -दोपहर 02.01
23 मई 2024 (पंचांग 23 मई 2024)
- व्रत त्योहार – बुद्ध पूर्णिमा, वैशाख पूर्णिमा, कूर्म जयंती
- दिनांक – पूर्णिमा
- पक्ष – शुक्ल
- वार – गुरुवार
- नक्षत्र – विशाखा
- योग – परिघ, सर्वार्थ सिद्धि
- राहुकाल – दोपहर 02.10 – दोपहर 03.44
24 मई 2024 (पंचांग 24 मई 2024)
- व्रत उत्सव – ज्येष्ठ माह प्रारंभ
- तिथि – प्रतिपदा
- पक्ष – शुक्ल
- वार – शुक्रवार
- नक्षत्र – अनुराधा
- योग – शिव, सर्वार्थ सिद्धि योग
- राहुकाल – प्रातः 10.35 – दोपहर 12.18
25 मई 2024 (पंचांग 25 मई 2024)
- दिनांक – द्वितीया
- पक्ष – शुक्ल
- वार – शनिवार
- नक्षत्र – ज्येष्ठ
- योग – सिद्ध
- राहुकाल – प्रातः 08:52 – प्रातः 10:35 तक
26 मई 2024 (पंचांग 26 मई 2024)
- व्रत उत्सव – एकदंत संकष्टी चतुर्थी
- तिथि – तृतीया
- पक्ष – कृष्ण
- वार – रविवार
- नक्षत्र – मूल
- योग – साध्य, सर्वार्थ सिद्धि योग
- राहुकाल – शाम 05:28 – रात्रि 07:02
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